जिले की अर्थ व्यवस्था में टिश्यू कल्चर लैब का महत्वपूर्ण योगदान : विजेंद्र

सुपौल : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को स्थानीय बीएसएस कॉलेज परिसर में 02.10 करोड़ की लागत से निर्मित प्लांट टीश्यु कल्चर लैब का उद‍्घाटन किया. वहीं समारोह में बोलते ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सुपौल जिले की अर्थ व्यवस्था में टीश्यु कल्चर लैब का महत्वपूर्ण योगदान होगा. उन्होंने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2018 4:51 AM

सुपौल : उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को स्थानीय बीएसएस कॉलेज परिसर में 02.10 करोड़ की लागत से निर्मित प्लांट टीश्यु कल्चर लैब का उद‍्घाटन किया. वहीं समारोह में बोलते ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सुपौल जिले की अर्थ व्यवस्था में टीश्यु कल्चर लैब का महत्वपूर्ण योगदान होगा. उन्होंने बताया कि बिहार के अलावा पूर्वी व पूर्वोत्तर राज्यों में बांस का बड़े स्तर पर उत्पादन होता है. इन राज्यों में फिलवक्त बांस का 12 अरब का कारोबार है. उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में बांस की कारगर भूमिका बतायी. मंत्री ने इस लैब की स्थापना के संबंध में मिली प्रेरणा व प्रारंभिक प्रयासों को भी याद किया.

कहा कि महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण के बाद सुपौल-अररिया-गलगलिया रेल लाइन निर्माण से बांस का कारोबार और भी बढ़ेगा. जिससे स्थानीय किसान लाभान्वित होंगे. मंत्री ने मौके पर विकास के नये आयामों की चर्चा करते इसका श्रेय एनडीए के गठबंधन को दिया.

कोसी की धरती बांस उत्पादन के अनुकूल : प्रधान सचिव
बिहार सरकार के प्रधान सचिव त्रिपुरारी शरण ने समारोह को संबोधित करते बांस की अहमियत के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने चांद पर सर्व प्रथम कदम रखने वाले पहले अंतरिक्ष यात्री नील आर्म स्ट्रांग की उक्ति ‘छोटा कदम, लेकिन मानव सभ्यता के लिये बड़ी छलांग’ को इस टीश्यु कल्चर लैब से जोड़ते हुए इसकी महत्ता बतायी. उन्होंने कहा कि कोसी की धरती बांस उत्पादन के लिये अनुकूल है. ऐसे में यह प्रयोगशाला आने वाले समय में नयी संरचना और नयी क्रांति का कारण बनेगा.

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