मेला देखने गये 12 वर्षीय बालक की गर्दन मरोड़ कर हत्या, इलाके में सनसनी
सुपौल : बिहार के सुपौल जिला में त्रिवेणीगंज थाना अंतर्गत लक्ष्मीनियां गांव के वार्ड नंबर आठ के निर्माणाधीन टोल प्लाजा से चटगांव जाने वाली कच्ची सड़क में सुनसान व बहियार में मंगलवार की सुबह शौच के लिये गये ग्रामीणों की नजर एक 12 वर्षीय बालक के शव पर पड़ी. शव होने की सूचना पर अगल-बगल […]
सुपौल : बिहार के सुपौल जिला में त्रिवेणीगंज थाना अंतर्गत लक्ष्मीनियां गांव के वार्ड नंबर आठ के निर्माणाधीन टोल प्लाजा से चटगांव जाने वाली कच्ची सड़क में सुनसान व बहियार में मंगलवार की सुबह शौच के लिये गये ग्रामीणों की नजर एक 12 वर्षीय बालक के शव पर पड़ी. शव होने की सूचना पर अगल-बगल के गांवों में सनसनी फैल गयी. शव को देखने के लिये लोगों की भीड़ जमा हो गयी.
सूचना पाकर स्थानीय थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष वशिष्ठ मुनि राय दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया. इसी दौरान मृत बच्चे के परिजन भी बच्चे को ढूंढते घटना स्थल पर पहुंचे. उसके बाद शव की पहचान थाना क्षेत्र के डपरखा वार्ड नंबर 09 निवासी मो शफीक के छोटे पुत्र 12 वर्षीय मो राजा के रूप में की गयी. शव को देखने से प्रतीत होता है कि इसकी हत्या की गयी है. आंख में ज्वलनशील पदार्थ डालने व बेरहमी से मारपीट कर हत्या किये जाने जैसा प्रतीत होता है. पुलिस भी इस बात को मान रही है.
मृतक के परिजन सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंचे और शव को देखने के साथ दहाड़ मारकर रोने लगे. पुलिस घटना स्थल से शव को उठा कर पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भेज दिया. परिवार के सदस्यों के मुताबिक मो राजा सोमवार की रात्रि घर से खाना खा कर गांव में ही अनंत पूजा के अवसर पर आयोजित मेला देखने गया था. जब घर आने में विलंब हुआ तो परिवार के सदस्यों के द्वारा रात से ही उसका खोजबीन किया जाने लगा. मृतक मो राजा के पिता कश्मीर में मजदूरी करते हैं. वहीं, मृतक की मां कमरून निशा सोमवार की संध्या अपने पुत्री के ससुराल में पुत्री के बीमार होने की सूचना पर गयी हुई थी.
घटना के बाबत अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मो. राजा को गला दबा कर बेरहमी से हत्या की गयी है और पहचान छिपाने के उद्देश्य से मृतक के चेहरे पर तेजाब जैसा ज्वलनशील पदार्थ डालने जैसा प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि जल्द ही हत्या का सुराग एवं हत्यारे की गिरफ्तारी कर ली जायेगी. इस बाबत अनुमंडल पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मृतक के परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए तत्काल कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत दी जाने वाली राशि शोक संतप्त परिवार को प्रदान किया गया.