सुपौल : बिहार के सुपौल जिला के डपरखा गांव स्थित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के बच्चों के साथ शनिवार की शाम में हुई मारपीट की घटना के बाद इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. चार छात्राओं को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है. छात्रावास में पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गयी है. रविवार को वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों का तांता लगा रहा. सभी ने इस घटना की निंदा की. इसी क्रम में सांसद रंजीत रंजन अस्पताल पहुंची. जहां उन्होंने लड़कियों के इलाज पर बड़ा सवाल खड़ा किया. सांसद रंजीत रंजन ने कहा है कि बच्चियों को अंदरूनी चोटें आयी है. जिसका इलाज ठीक तरीके से नहीं हो रहा है. कई बच्ची अपने ऊपर हुए हमले से काफी डरी-सहमी हुई हैं. प्राथमिक इलाज के बाद ही बच्चियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. जिसके बाद उन्होंने बच्चियों का बेहतर इलाज कराने की मांग की है. प्रभारी थानाध्यक्ष वशिष्ठ मुनि राय ने बताया कि कस्तूरबा बालिका छात्रावास के वार्डेन के लिखित आवेदन के आधार पर 09 नामजद और 10 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
Y'day they asked a boy Mohan to stop doing that. Upon hearing this, Mohan, his mother & some other women beat them up. 14 children are still at hospital. People involved have been identified & an FIR has been registered culprits will soon be arrested: Darbhanga zonal IG #Supaul pic.twitter.com/TCWbdq4zg9
— ANI (@ANI) October 7, 2018
Y'day they asked a boy Mohan to stop doing that. Upon hearing this, Mohan, his mother & some other women beat them up. 14 children are still at hospital. People involved have been identified & an FIR has been registered culprits will soon be arrested: Darbhanga zonal IG #Supaul pic.twitter.com/TCWbdq4zg9
— ANI (@ANI) October 7, 2018
शनिवार को जख्मी तीन दर्जन बच्चियों का इलाज अनुमंडलीय अस्पताल में किया गया और बच्चियों को इलाज के बाद एंबुलेंस के माध्यम से छात्रावास वापस भेज दिया गया. लेकिन, करीब 11 बजे रात में सात बच्चियों की तबीयत फिर बिगड़ने पर उन बच्चियों को अस्पताल भेजा गया. जहां डॉक्टरों के द्वारा इलाज किया गया. रविवार की सुबह जख्मी बच्चियों की छात्रावास में तबीयत बिगड़ने के बाद चार बच्चियों को इलाज के लिये अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. कुछ देर बाद पुन: छात्रावास के जख्मी तीन बच्चियों की तबीयत बिगड़ने पर अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. जहां उपचार के बाद चार बच्चियों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
इधर एनएच 327 ई सड़क मार्ग में पुरानी बैंक चौक के समीप एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर घेर लिया. कार्यकर्ताओं ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास के बच्चियों के साथ हुई घटना की उच्च स्तरीय जांच व दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की. शनिवार की संध्या घटना के बाद से ही छात्रावास कैंपस में मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी. मीडिया कर्मी शनिवार की संध्या से ही रविवार तक छात्रावास के बाहर रह कर ही समाचार संकलन में जुटे रहे. क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक पंकज दराद ने रविवार को त्रिवेणीगंज पहुंच कर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय व छात्रावास का दौरा किया. साथ ही अस्पताल पहुंच कर इलाजरत कस्तूरबा की छात्राओं का हाल-चाल भी जाना. आइजी ने कहा कि मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है. अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी पुलिस द्वारा की गयी है. अन्य आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार किया जायेगा.