नेपाल से आये जंगली हाथी का कहर, रौंदें जाने से तीन लोगों की मौत, आधा दर्जन जख्मी

सुपौल : नेपाल से भटक कर आये जंगली हाथी ने सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र में क्षेत्र में जम कर तबाही मचायी. जंगली हाथी ने ना सिर्फ खेतों में लगी फसलों को रौंदा, बल्कि कई लोगों को कुचल भी दिया. इससे तीन लोगों की मौत हो गयी. मरनेवालों में करजाईन थाना क्षेत्र के मोतीपुर निवासी 50 वर्षीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2019 9:31 AM

सुपौल : नेपाल से भटक कर आये जंगली हाथी ने सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र में क्षेत्र में जम कर तबाही मचायी. जंगली हाथी ने ना सिर्फ खेतों में लगी फसलों को रौंदा, बल्कि कई लोगों को कुचल भी दिया. इससे तीन लोगों की मौत हो गयी. मरनेवालों में करजाईन थाना क्षेत्र के मोतीपुर निवासी 50 वर्षीय किसान युगेश्वर यादव, देवीपुर पंचायत की जहलीपट्टी गांव निवासी 55 वर्षीया महिला चनिया देवी व कोरियापट्टी निवासी 45 वर्षीय रंजीत साह शामिल हैं. वहीं, घायलों में करजाइन थाना क्षेत्र के बसावनपट्टी गांव निवासी सुजितचंद्र चेल की 35 वर्षीया पत्नी पुतुल देवी, धर्मपट्टी निवासी तस्लमी का 12 वर्षीय पुत्र जब्बार सहित अन्य शामिल हैं.

जानकारी अनुसार यह हाथी नेपाल से अपने झुंड के साथ ही भारतीय प्रभाग में प्रवेश किया था. हालांकि, झुंड के बांकी हाथी वापस नेपाल लौट गये. मात्र एक हाथी भारतीय क्षेत्र में बुधवार को कोसी तटबंध 08 किमी के समीप देखा गया. लोगों ने इस हाथी को भगाने के प्रयास शुरू कर दिये. लेकिन, जैसे-जैसे हाथी को खदेड़ा गया, वह और उग्र होता गया. इस क्रम में जंगली हाथी ने करजाईन, राघोपुर आदि क्षेत्र के दर्जनों गांव में कहर मचाया. इसी क्रम में हाथी द्वारा कुचलने से तीन लोगों की मौत हो गयी. जबकि, करीब आधा दर्जन जख्मी हो गये. खबर मिलने के बाद प्रशासन के आलाअधिकारियों ने हाथी को अपने कब्जे में करने का प्रयास शुरू कर दिया. डीएम, एसपी, एसडीएम सहित अन्य अधिकारी एवं वन विभाग के कर्मियों ने घटना स्थल का जायजा लिया.

सूचना के मुताबिक हाथी को राघोपुर प्रखंड के देवीपुर में स्थानीय ग्रामीणों की मदद से घेरा गया. अधिकारियों द्वारा नेपाल के वनविभाग कर्मियों को भी मदद के लिए सूचना दी गयी. हाथी के उत्पात से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है. मालूम हो कि सीमावर्ती क्षेत्र में वर्षों से नेपाल से हाथियों द्वारा अक्सर उत्पात मचाया जाता है. इस क्रम में किसानों के फसल एवं घरों को भी क्षति पहुंचती है. बताया जाता है कि नेपाल स्थित मृगवन जंगल क्षेत्र से अक्सर हाथियों का झुंड खास कर रात के समय भारतीय प्रभाग में प्रवेश कर जाते हैं. फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद वे सुबह होने से पहले वापस लौट जाते हैं. पहली बार इस प्रकार की घटना हुई है, जब झुंड में आये हाथी ने भारतीय क्षेत्र के भीतरी भाग तक पहुंच कर दिन भर कहर बरपाया. एसडीएम वीरपुर सुभाष कुमार ने बताया कि घटना में मृत व्यक्ति के परिजन को चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जायेगी. जख्मी व्यक्तियों को भी इलाज के लिए समुचित मदद प्रदान किया जायेगा.

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