विलियम्स मैदान हो गया कीचड़मय, उगे हैं जंगली घास, खिलाड़ियों को खेलने में होती है परेशानी

सुपौल : एक ओर जहां सरकारी निर्देश के अनुसार स्कूली बच्चों बीच खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन कर उनके अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने का कार्य कर रही है. वहीं प्रशासनिक लापरवाही की वजह से खेल के मैदान दिनों दिन बद से बदतर होते जा रहा है. वहीं खिलाड़ियों के खेलने के लिए खेल के मैदानों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2019 2:27 AM

सुपौल : एक ओर जहां सरकारी निर्देश के अनुसार स्कूली बच्चों बीच खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन कर उनके अंदर छुपी प्रतिभा को निखारने का कार्य कर रही है. वहीं प्रशासनिक लापरवाही की वजह से खेल के मैदान दिनों दिन बद से बदतर होते जा रहा है.

वहीं खिलाड़ियों के खेलने के लिए खेल के मैदानों की सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार द्वारा पर्याप्त राशि दिये जाने की घोषणा की गयी है. बावजूद जिला मुख्यालय स्थित खेल के मैदानों की दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं की जा रही है.
जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक विलियम्स उच्च विद्यालय मैदान पर जल जमाव की समस्या बनी हुई है. हर वर्ष बरसात के मौसम में इस मैदान पर जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
जहां बड़े-बड़े जंगली घास भी मैदान की सुंदरता को बिगाड़ती है. लेकिन इस दिशा में ना तो प्रशासनिक स्तर पर और ना ही विद्यालय स्तर पर कोई ठोस पहल की जा रही है. वहीं मैदान में स्थानीय घरेलू गैस वितरक के द्वारा गैस वितरण से भी खिलाड़ियों को खेलने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
छात्रों को आवागमन में हो रही समस्या
गौरतलब है कि मैदान के पश्चिमी छोर से विद्यालय के छात्रों का आवागमन होता है. जहां बरसात के मौसम में छात्रों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. आलम यह है कि विद्यापुरी, महुआ, बैरिया मंच, डभारी, घूरण, बलवा, मलहद आदि स्थानों के छात्रों का विद्यालय जाने का यह मुख्य मार्ग है. जहां जल जमाव एवं कीचड़ रहने के कारण छात्रों को काफी दूरी तय कर विद्यालय पहुंचने की विवशता बनी हुई है.
इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. साथ ही यह मार्ग न्यायालय, महिला कॉलेज, गर्ल्स हाई स्कूल, बाल विकास परियोजना कार्यालय, अनुमंडल कार्यालय सहित बाजार जाने वाले लोगों के लिए सुलभ मार्ग है. जिन्हें जल जमाव एवं कीचड़ होकर आवागमन करनी पड़ती है.
कहते हैं प्रधानाचार्य
इस बाबत सुपौल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ उमेश कुमार ने बताया कि समस्या की ओर स्थानीय विधायक सह ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव एवं विद्यालय के अध्यक्ष सह विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारूण रसीद का ध्यान आकृष्ट कराया गया है. मैदान के ऊंचीकरण से विद्यालय परिसर में जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो सकती है. लिहाजा जल निकासी की दिशा में ठोस पहल करनी की आवश्यकता है.

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