मनरेगा के प्रति केंद्र की नीति स्पष्ट नहीं: रंजीत रंजन

फोटो-1केप्सन- संबोधित करती सांसद वीरपुर. मनरेगा को मोदी सरकार द्वारा स्थगित किये जाने के बाद से कोसी क्षेत्र के लगभग चार लाख लोग रोजगार की तलाश में पलायन कर चुके हैं. उक्त बातें सांसद रंजीत रंजन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुई सोमवार को कही. श्रीमती रंजन ने बताया कि मोदी सरकार की मंशा मनरेगा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2014 7:02 PM

फोटो-1केप्सन- संबोधित करती सांसद वीरपुर. मनरेगा को मोदी सरकार द्वारा स्थगित किये जाने के बाद से कोसी क्षेत्र के लगभग चार लाख लोग रोजगार की तलाश में पलायन कर चुके हैं. उक्त बातें सांसद रंजीत रंजन ने पत्रकारों को संबोधित करते हुई सोमवार को कही. श्रीमती रंजन ने बताया कि मोदी सरकार की मंशा मनरेगा को लेकर स्पष्ट नहीं दिखती है. फिलहाल मोदी सरकार सीमित प्रांत व सीमित जिलों में ही मनरेगा योजना को चालू करने की योजना बना रही है. इंडो -नेपाल सीमा से लगे वीरपुर -भीमनगर रेल हेड के सवाल पर श्रीमती रंजन ने कहा कि यह काम बहुत पहले होना चाहिए था, लेकिन रेल मंत्रालय को संभालने वाले हमारे बिहारी राजनेताओं ने ही इसे ठंडे बस्ते में डाले रखा. हमारा प्रयास रहेगा कि 2015 में पेश होने वाले रेल -बजट में इस परियोजना को शामिल कराया जाय. इससे पूर्व उर्वशी कैंपस में सांसद श्रीमती रंजन ने सीता राम साह की अध्यक्षता में आयोजित आम जनों की बैठक में हिस्सा लिया. बैठक में नरेंद्र जैन, मो अंसार, रमेश प्रसाद यादव, कामेश्वर यादव, मुकेश कुमार पप्पू, प्रो शिव नारायण खेड़वार सहित स्थानीय लोगों द्वारा समस्याओं से अवगत कराया गया. इस मौके पर शरद भगत, मो रियाज आलम सिद्दीकी, राजेंद्र प्रसाद यादव, शमशेर आलम, चंदन सिंह आदि मौजूद थे.

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