एक वर्ष से परियोजना लाभ से वंचित हैं पोषक क्षेत्र के लोग

छातापुर. प्रखंड अंतर्गत घीवहा पंचायत के वार्ड नंबर 10 के सैंकड़ों परिवार के बाल विकास परियोजना के लाभ से वंचित रहने के मामले में डीपीओ की कार्य प्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बीते एक वर्ष से प्रशासनिक अधिकारियों सहित विभागीय पदाधिकारियों को परियोजना लाभ दिलाने के लिए दर्जनों आवेदन दिये गये, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2014 7:01 PM

छातापुर. प्रखंड अंतर्गत घीवहा पंचायत के वार्ड नंबर 10 के सैंकड़ों परिवार के बाल विकास परियोजना के लाभ से वंचित रहने के मामले में डीपीओ की कार्य प्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. स्थानीय ग्रामीणों द्वारा बीते एक वर्ष से प्रशासनिक अधिकारियों सहित विभागीय पदाधिकारियों को परियोजना लाभ दिलाने के लिए दर्जनों आवेदन दिये गये, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की गयी.दरअसल 15 अक्तूबर 2014 को सीडीपीओ द्वारा डीपीओ को मामले से अवगत कराया गया और मार्ग दर्शन की मांग की गयी, लेकिन अब तक इस दिशा में डीपीओ द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी. सीडीपीओ द्वारा डीपीओ को भेेजे गये पत्र के अनुसार केंद्र संख्या 125 की सेविका नूतन कुमारी द्वारा गलत सर्वेक्षण पंजी बना कर राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है. पत्र में बताया गया है कि महिला पर्यवेक्षिका कल्याणी कुमारी द्वारा सर्वेक्षण पंजी की जांच करवाई गयी तो पंजी में भारी त्रुटि पायी गयी. सीडीपीओ ने सरकारी राशि का दुरुपयोग ना हो इस लिए पोषाहार के भुगतान पर रोक लगा दी है. सीडीपीओ ने बताया है कि उक्त सेविका द्वारा उनके विरुद्ध न्यायालय जाने की धमकी भी दी गयी है. वार्ड नंबर 10 के ग्रामीण सिकंदर मंडल, मंगल मंडल, भूपेंद्र मंडल, विशुनदेव पासवान, राजू पासवान ने डीपीओ सुपौल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए बीते गुरुवार को डीएम के जनता दरबार में आवेदन देकर जिम्मेवार व्यक्तियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है.

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