281 की जगह 470 रुपये प्रति बोरा बेचा जा रहा यूरिया

-यूरिया की किल्लत: कालाबाजारी का खेल जारी, विभाग उदासीनप्रतिनिधि, किसनपुरप्रखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर कालाबाजारियों द्वारा मनमाने भाव पर यूरिया की अवैध रूप से बिक्री की जा रही है. इसके कारण गेहूं की खेती में जुटे किसानों के समक्ष विकट स्थिति बनी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 4, 2015 7:03 PM

-यूरिया की किल्लत: कालाबाजारी का खेल जारी, विभाग उदासीनप्रतिनिधि, किसनपुरप्रखंड क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर कालाबाजारियों द्वारा मनमाने भाव पर यूरिया की अवैध रूप से बिक्री की जा रही है. इसके कारण गेहूं की खेती में जुटे किसानों के समक्ष विकट स्थिति बनी हुई है. किसानों से मिली जानकारी अनुसार बाजार में कालाबाजारियों द्वारा यूरिया का 470 रुपये प्रति बोरा बेचा जा रहा है. जबकि इसकी सरकारी दर महज 281 रुपये है. मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र में अनुज्ञप्ति धारी खाद विक्रेताओं की संख्या 24 है. जिन्हें थोक विक्रेता द्वारा खाद उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. जिसकी वजह से बाजार में यूरिया की हुई किल्लत का फायदा अवैध कारोबारी उठा रहे हैं. लाइसेंसी दुकानदार चंदन चौधरी ने बताया कि थोक विक्रेता द्वारा यूरिया के साथ-साथ कैल्सियम व अन्य खाद लेने का दबाव दिया जाता है. जबकि यूरिया के अलावा अन्य खादों की डिमांड नहीं रहने के कारण बिक्री नहीं हो पाती. लिहाजा अनुज्ञप्ति धारी दुकानदार थोक विक्रेता की शर्त पर यूरिया का उठाव नहीं कर पाते. उन्होंने थोक विक्रेताओं पर सरकारी दर से अधिक राशि मांगे जाने का भी आरोप लगाया. बहरहाल थोक विक्रेता की मनमानी एवं विभागीय उदासीनता का खामियाजा गरीब किसानों को उठाना पड़ रहा है. इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राम कुमार मिश्र ने कहा कि यूरिया का आवंटन आवश्यकता से काफी कम प्राप्त हुआ है. जिसकी वजह से किल्लत हुई है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर शीघ्र समस्या का निदान कर लिया जायेगा.

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