आज भी गण तक नहीं पहुंचा तंत्र

बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं क्षेत्र के लोग सुपौल : देश को आजाद हुए करीब 68 वर्ष बीत गये. वहीं 26 जनवरी को राष्ट्र का 65 वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. बीते वर्षो में केंद्र व राज्य में स्थापित सरकार के सिपहसालारों द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे किये गये. कई मामलों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2015 9:05 AM
बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं क्षेत्र के लोग
सुपौल : देश को आजाद हुए करीब 68 वर्ष बीत गये. वहीं 26 जनवरी को राष्ट्र का 65 वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. बीते वर्षो में केंद्र व राज्य में स्थापित सरकार के सिपहसालारों द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे किये गये. कई मामलों में प्रगति भी हुई, लेकिन इतने वर्षो बाद भी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का कई हिस्सा आज भी विकास की रोशनी से अछूता है. ऐसे गांव व पंचायत में बसी हजारों की आबादी आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं.
चार हजार की आबादी विद्युत सुविधा से वंचित
किसनपुर. प्रखंड क्षेत्र स्थित अंदौली पंचायत का बैजनाथपुर गांव वासियों को आज भी बिजली व सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं नसीब नहीं हुई है. गांव में पक्की सड़क का निर्माण अब तक नहीं हुआ है. इसके कारण बीमार मरीजों को इलाज के लिए ले जाने के लिए आज भी खाट का सहारा लेना पड़ता है.
बारिश के मौसम में कच्ची सड़क कीचड़मय हो जाने की वजह से स्थिति और भी दूभर हो जाती है. 250 की आबादी वाले गांव को सड़क से जोड़ने का सरकारी दावा यहां सिफर होता दिख रहा है. चार हजार आबादी वाले इस गांव में सामुदायिक भवन, विकास भवन, स्वास्थ्य केंद्र, पशु चिकित्सालय, पुस्तकालय, खेल मैदान आदि किसी प्रकार का निर्माण नहीं किया गया है.
वहीं विद्युत सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग ढिबरी के सहारे जीने को मजबूर हैं. 25 वर्ष पूर्व स्थानीय विधायक की पहल पर कुछ पोल गाड़े गये, लेकिन वर्षो तक उनके विद्युत मंत्री रहने के बावजूद गांव रोशन नहीं हो सका. अधिकांश महादलित समुदाय के इस बस्ती के भूमि राम, जगदीश राम, योगेंद्र रजक, राजेंद्र रजक, आनंदी सरदार, लक्ष्मी सरदार, बिंदी सरदार आदि सरकारी महकमे व जनप्रतिनिधि पर उपेक्षा का आरोप लगाते कहते हैं कि स्थानीय विधायक व सांसद द्वारा चुनाव के वक्त दिया गया आश्वासन भी समय के साथ अब कोरा साबित हो रहा है.

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