भारत वह पुण्य भूमि, जहां ईश्वर ने जन्म लिया: महेश

राघोपुर. भारत देश की अपनी एक अलग विशेषता और महत्ता है.दुनिया के अन्य देशों में ईश्वर का जन्म नहीं हुआ. वहां पैगंबर या इश्वर के दूत का जन्म हुआ.भारत ही वह पुण्य भूमि है,जहां ईश्वर ने जन्म लिया है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा आयोजित प्राथमिक शिक्षा वर्ग के समापन के अवसर पर सिमराही के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2015 7:04 PM

राघोपुर. भारत देश की अपनी एक अलग विशेषता और महत्ता है.दुनिया के अन्य देशों में ईश्वर का जन्म नहीं हुआ. वहां पैगंबर या इश्वर के दूत का जन्म हुआ.भारत ही वह पुण्य भूमि है,जहां ईश्वर ने जन्म लिया है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा आयोजित प्राथमिक शिक्षा वर्ग के समापन के अवसर पर सिमराही के लखी चंद्र साहू उच्च विद्यालय मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शनिवार को उक्त बातें क्षेत्रीय बौद्धिक प्रमुख प्रो महेश प्रसाद सिंह ने कहीं. श्री सिंह ने कहा कि देश को संगठित करने का कार्य पूर्व में चाणक्य, शंकराचार्य, शिवाजी, विवेकानंद आदि ने किया. आज वही कार्य आरएसएस कर रही है. युवाओं को चाहिए कि वह स्वामी विवेकानंद जी की जीवनी को पढ़े.

स्वामी जी ने कहा था कि भारत वासियों को पचास वर्षों तक केवल भारत माता की सेवा व पूजा करनी चाहिए. आईटीसी वर्ग में 92 स्वयं सेवक, 16 शिक्षक एवं 16 व्यवस्था प्रमुख ने भाग लिया. कार्यक्रम में स्वयं सेवकों ने आकर्षक पद संचलन निकाला. इस अवसर पर जिला संघ चालक सतीश चंद्र मिश्र, प्रो दीप नारायण यादव, उदय शंकर, विजय भुसकुलिया, घनश्याम प्रसाद, राम अवतार मेहता, निर्मल स्वर्णकार, योगेंद्र साह, बुधेश्वर, अमरजीत, मिथिलेश, नागेंद्र नारायण ठाकुर, मनोज पाठक, रंधीर ठाकुर, सचिन माधोगडि़या, प्रो बैद्यनाथ प्रसाद भगत, राम कुमार, अमित अग्रवाल, निखिल पंसारी, मनोज सहनी, प्रो राम कुमार कर्ण आदि मौजूद थे.

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