सोशल मीडिया और व्हाट्स एप ने फैलायी अफवाह

प्रतिनिधि, छातापुरप्राकृतिक आपदा के दौरान अफवाहों का सिलसिला आम बात हो गयी है. शनिवार व रविवार को आये भूकंप के बाद भी अफवाहों का बाजार गरम रहा. विशेष तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से कई अफवाह फैलायी गयी. शनिवार की शाम व्हाट्स एप पर एक मैसेज प्रसारित हुआ, जो सच्चाई से बिल्कुल परे था. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2015 7:04 PM

प्रतिनिधि, छातापुरप्राकृतिक आपदा के दौरान अफवाहों का सिलसिला आम बात हो गयी है. शनिवार व रविवार को आये भूकंप के बाद भी अफवाहों का बाजार गरम रहा. विशेष तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से कई अफवाह फैलायी गयी. शनिवार की शाम व्हाट्स एप पर एक मैसेज प्रसारित हुआ, जो सच्चाई से बिल्कुल परे था. इसमें केंद्रीय मौसम विभाग व छत्तीसगढ़ मौसम विभाग रायपुर का हवाला देते बताया गया था कि शनिवार की रात 2:20 बजे तक 13.4 तीव्रता वाले भूकंप आने की आशंका है, जो भारी तबाही ला सकती है. सोशल मीडिया पर फैलायी गयी, इस प्रकार की अफवाह से लोगों में खौफ छाया रहा और रात भर लोग जग कर समय गुजारने को विवश रहे. मालूम हो कि सुपौल जिला भूकंप के सर्वाधिक संवेदनशील जोन पांच में पड़ता है. लिहाजा जिलावासियों में इस प्रकार का भय पैदा होना लाजिमी है. स्थानीय व्यवसायी केशव कुमार गुड्डू , आर डी चौधरी, सुजीत कुमार, प्रदीप कुमार, राजीव रंजन आदि ने सोशल मीडिया पर फैले इस प्रकार के भ्रामक मैसेज पर रोक लगाने की मांग की है.

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