बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर छायी वीरानगी, व्यापार भी हो रहा प्रभावित

फोटो -17, 18कैप्सन- सुपौल बस पड़ाव व रेलवे स्टेशनप्रतिनिधि, सुपौलजिले में जारी भूकंप के दौर का साइड इफेक्ट यह है कि जहां आम लोगों की रोजमर्रे की जिंदगी प्रभावित हुई है. वहीं बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का टोटा है. नतीजा चारों तरफ वीरानगी नजर आ रही है. लोगों की गतिविधि सीमित हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 8:05 PM

फोटो -17, 18कैप्सन- सुपौल बस पड़ाव व रेलवे स्टेशनप्रतिनिधि, सुपौलजिले में जारी भूकंप के दौर का साइड इफेक्ट यह है कि जहां आम लोगों की रोजमर्रे की जिंदगी प्रभावित हुई है. वहीं बस स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों का टोटा है. नतीजा चारों तरफ वीरानगी नजर आ रही है. लोगों की गतिविधि सीमित हो गयी है. इससे व्यापार भी प्रभावित हो रहा है.यात्रियों की संख्या हुई आधीभूकंप की वजह से सबसे अधिक प्रभावित रेल हुआ है. शनिवार को भूकंप आने के बाद रविवार तक रेलवे के राजस्व में 75 फीसदी की कमी आयी है. सोमवार को कुछ स्थिति बेहतर नजर आयी. अमूमन प्रत्येक दिन लगभग पौने दो लाख रुपये मूल्य के टिकट की बिक्री होती है, जबकि सोमवार को 45 हजार की बिक्री हुई है. वहीं रात की ट्रेनों में यात्री की संख्या नदारद है. कुछ ऐसा ही हाल बसों का भी है. पटना जाने वाली कोच में मुश्किल से चार-पांच यात्री ही नजर आते हैं.कारोबार हो रहा है प्रभावितलग्न होने के बावजूद शहर की दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम नजर आ रही है. रेडिमेड कारोबारी मंटू गुप्ता ने बताया कि ‘शादी-विवाह के मद्देनजर ही लोग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं. बमुश्किल 50 फीसदी ग्राहक ही आ रहे हैं. अन्य कारोबारियों का भी कुछ ऐसा ही हाल है. चंद्रा सिनेमा के मैनेजर प्रीतम कुमार ने बताया कि ‘कारोबार चरमरा गया है. कुल मिला कर भूकंप की चपेट में व्यवसाय भी अच्छा-खासा प्रभावित हुआ है.

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