नालंदा से संदेश भेज रहा है साजिशकर्ता !

सुपौल : राघोपुर सीडीपीओ कुमारी सीमा को आइसीडीएस डीपीओ रमेश कुमार ओझा द्वारा धमकी दिलवाने के मामले में पुलिस का वैज्ञानिक अनुसंधान जारी है. वहीं कथित रूप से मुख्यमंत्री आवास से जुड़ा शख्स अंजनी कुमार का नंबर 9472366632 कभी खुला तो कभी बंद पाया जाता है. तफ्तीश में जुटी पुलिस के लिए अंजनी कुमार तक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 23, 2015 9:43 AM
सुपौल : राघोपुर सीडीपीओ कुमारी सीमा को आइसीडीएस डीपीओ रमेश कुमार ओझा द्वारा धमकी दिलवाने के मामले में पुलिस का वैज्ञानिक अनुसंधान जारी है. वहीं कथित रूप से मुख्यमंत्री आवास से जुड़ा शख्स अंजनी कुमार का नंबर 9472366632 कभी खुला तो कभी बंद पाया जाता है.
तफ्तीश में जुटी पुलिस के लिए अंजनी कुमार तक पहुंचना चुनौती बनी हुई है. ऐसे में पुलिस स्थानीय सूत्रधार के माध्यम से अंजनी कुमार तक पहुंचने में जुटी है. इस मामले में भले ही समाज कल्याण विभाग सतर्क हो गया है, लेकिन डीएम की गोपनीय शाखा बेपरवाह बनी हुई है.
बिहारशरीफ में है साजिशकर्ता
प्रभात पड़ताल से स्पष्ट है कि तथाकथित अंजनी कुमार आज भी नालंदा जिले के अलग-अलग ठिकानों पर बैठ कर भयादोहन का संदेश भेज रहा है. इसमें कोई शक नहीं कि धमकी नंबर पूरी तरह फर्जी व्यक्ति और पते के नाम पर निर्गत है. सूत्रों के अनुसार, ऐसे में पुलिस सूत्रधार के माध्यम से उक्त नंबर तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है.
कौन है स्थानीय सूत्रधार
खास यह है कि इस नंबर की जानकारी जिले के कमोबेश सभी अधिकारियों को रही है. बड़ा सवाल यह है कि क्यों इस मामले में चुप्पी साधे रखी गयी. इस मामले में डीएम की गोपनीय शाखा पूरी तरह सवालों के कठघरे में हैं. इन बातों से स्पष्ट है कि धमकी नंबर का सूत्रधार जिले में मौजूद है. बहरहाल पुलिस की नजर स्थानीय सूत्रधार पर टिकी हुई है.
विभाग सतर्क, गोपनीय शाखा बेपरवाह
तथाकथित अंजनी कुमार ने भले ही पूरे बिहार को अपना निशाना बना रखा हो, लेकिन मामला सुपौल में ही उजागर हुआ. मामले की गूंज पटना तक पहुंची, तो समाज कल्याण विभाग भी सतर्क हो गया. विभागीय मंत्री लेसी सिंह के आप्त सचिव अजय कुमार ठाकुर ने 16 मई को आइसीडीएस निदेशक को पत्र लिख कर सूचित किया है कि शरारती तत्वों द्वारा गलत पहचान बता कर आइसीडीएस से जुड़े अधिकारियों का भयादोहन किया जा रहा है. इससे सतर्क रहने की जरूरत है.
विभाग ने मंत्री का मोबाइल नंबर 9431005001 एवं आप्त सचिव का मोबाइल नंबर 9431005004 एवं आप्त सचिव (बाह्य) का मो नंबर 9431005005 एवं 9931800379 भी जारी किया गया है. पर, संदेह के दायरे में आयी डीएम की गोपनीय शाखा इस मामले में अब तक बेपरवाह और खामोश है. नतीजा यह है कि आइसीडीएस से जुड़े कर्मियों का भयादोहन जारी है.

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