दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का धरना 18 वें दिन भी जारी

फोटो-02कैप्सन- धरना पर बैठे दैनिक वेतनभोगी कर्मीप्रतिनिधि,सुपौल दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन का समाहरणालय द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा. मांगों के समर्थन में विगत 11 मई को प्रारंभ हुए इस धरना को 18 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है. इसकी वजह से वेतनभोगी कर्मियों में आक्रोश है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2015 7:05 PM

फोटो-02कैप्सन- धरना पर बैठे दैनिक वेतनभोगी कर्मीप्रतिनिधि,सुपौल दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन का समाहरणालय द्वार पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा. मांगों के समर्थन में विगत 11 मई को प्रारंभ हुए इस धरना को 18 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है. इसकी वजह से वेतनभोगी कर्मियों में आक्रोश है और वे आंदोलन को उग्र रूप देने का मन बनाने लगे हैं. धरना पर बैठे कर्मी जिला प्रशासन पर वेतनभोगी कर्मियों की अनदेखी एवं उनके विरुद्ध तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 240 दिन से अधिक सेवा की अर्हता पूर्ण कर चुके दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के नियोजन की मांग को लेकर संघ द्वारा निरंतर आंदोलन किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा इस बाबत निर्देश भी जारी किया गया. लेकिन जिला प्रशासन के नकारात्मक रवैये के कारण मामला अधर में लटका है. संघ के जिला सचिव सरोज कांत झा ने कहा कि 31 मई तक अगर मांगों पूरी नहीं की गयी तो 01 जून से समाहरणालय के समक्ष दैनिक वेतनभोगी कर्मियों द्वारा आमरण-अनशन शुरू किया जायेगा. उन्होंने कर्मियों की पीड़ा व्यक्त करते कहा कि घर में भूखे पेट मरने से समाहरणालय गेट पर ही मर जाना बेहतर है. एक्टू के जिला सचिव अरविंद शर्मा व अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी ने दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के आंदोलन का समर्थन करते हुए उनका हौसला बढ़ाया. मौके पर सीता राम मंडल, गजेंद्र ठाकुर, विष्णुदेव साह, महाकांत पोद्दार, सत्य नारायण मुखिया, वीरेंद्र शर्मा, रामानंद साह, राधाकांत कामत, राम चंद्र खड़गा, सतेंद्र यादव, फुलधर प्रसाद यादव आदि मौजूद थे.

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