मांगों के समर्थन में वित्त रहित शिक्षकों व शिक्षकेत्तर कर्मियों का हड़ताल

प्रतिनिधि,सुपौल वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोरचा के आह्वान पर स्थानीय डिग्री महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में शनिवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल रखा. इस दौरान महाविद्यालय का काम-काज ठप रहा. जिसके कारण अंतर स्नातक प्रथम वर्ष एवं डीपी वन में नामांकन हेतु आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2015 7:06 PM

प्रतिनिधि,सुपौल वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोरचा के आह्वान पर स्थानीय डिग्री महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने मांगों के समर्थन में शनिवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल रखा. इस दौरान महाविद्यालय का काम-काज ठप रहा. जिसके कारण अंतर स्नातक प्रथम वर्ष एवं डीपी वन में नामांकन हेतु आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. संघ के अध्यक्ष नंद किशोर प्रसाद ने बताया कि महाविद्यालय के अंगीभूतिकरण की मांग को लेकर कर्मियों द्वारा हड़ताल की गयी. आंदोलन के दूसरे चरण में 16 जुलाई को समाहरणालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. इसमें वित्त रहित कॉलेज के सभी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी शामिल होंगे. इस अवसर पर संघ के सचिव मोकीम अहमद खां, चंद्र प्रकाश यादव, राजेंद्र प्रसाद यादव, राम बहादुर यादव, सिया लाल यादव, राम चंद्र यादव, शिव किशोर मंडल आदि मौजूद थे. वीरपुर प्रतिनिधि के अनुसार, बिहार वित्त रहित संघर्ष मोरचा के बैनर तले अनुमंडल मुख्यालय के वित्त रहित शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी शनिवार को एक दिवसीय हड़ताल पर रहे. संघर्ष मोरचा के जिला सचिव विजय घोष ने बताया कि सरकार की उदासीनता की वजह से वित्त रहित शिक्षक भुखमरी के शिकार हो रहे हैं. बार -बार सरकार द्वारा कोरे आश्वासन दिये जाते हैं,लेकिन वित्त रहित कॉलेजों को अंगीभूत नहीं किये जाने के कारण इन कॉलेजों में कार्यरत शिक्षक व अन्य कर्मियों को आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि संघ द्वारा आहूत चरणबद्ध आंदोलन तीन अगस्त तक जारी रहेगा. जिसके बाद विधान मंडल के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. हड़ताल मंे वित्त रहित कॉलेज के सभी शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मी शामिल थे.

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