ग्रामीण आवास कर्मियों को 10 माह से नहीं मिला मानदेय

सुपौल. जिले के ग्रामीण आवास कर्मियों को विगत 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. इसके कारण वे आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं. कर्मी मानदेय की मांग को लेकर दो दिनों से कार्य ठप कर कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. बावजूद विभाग द्वारा मानदेय भुगतान की दिशा में कोई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2015 6:05 PM

सुपौल. जिले के ग्रामीण आवास कर्मियों को विगत 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है. इसके कारण वे आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं. कर्मी मानदेय की मांग को लेकर दो दिनों से कार्य ठप कर कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. बावजूद विभाग द्वारा मानदेय भुगतान की दिशा में कोई पहल प्रारंभ नहीं की गयी है. ग्रामीण आवास पर्यवेक्षक बबलू कुमार, नितीन कुमार, अश्विनी कुमार, भवेश कुमार, ओम प्रकाश, सूर्य भूषण मणि, शशांक कुमार, राकेश कुमार आदि ने बताया कि कर्मियों को विगत 10 माह से मानदेय नहीं मिला है. इसकी वजह से उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. बताया कि कार्य संपादन नहीं किये जाने की वजह से दो दिनों से इंदिरा आवास के द्वितीय किस्त व जीर्णोद्धार एवं वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए पंजीकरण का कार्य बाधित है. पूर्व में भी कर्मियों द्वारा इस बाबत डीएम व डीडीसी को पत्र लिख कर मानदेय के भुगतान की गुहार लगायी गयी थी. परियोजना पदाधिकारी ने 14 जुलाई तक मानदेय के भुगतान का आश्वासन भी दिया था. बावजूद मानदेय भुगतान नहीं किया गया, जिसे लेकर ग्रामीण आवास कर्मियों मे असंतोष व्याप्त है.

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