83 में से मात्र सात मामलों का ही मौके पर निबटारा

सुपौल: समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय वेश्म में गुरुवार को जनता दरबार में 83 आवेदन आये. इसमें सात मामलों का त्वरित निष्पादन किया गया. मौके पर प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी हरिहर प्रसाद ने शिकायतें सुनीं. अधिकतर मामले जमीन विवाद से जुड़े थे. वहीं कई सरकारी योजनाओं में अनियमितता की शिकायत भी दर्ज करायी गयी. सदर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 17, 2015 1:39 AM
सुपौल: समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी के कार्यालय वेश्म में गुरुवार को जनता दरबार में 83 आवेदन आये. इसमें सात मामलों का त्वरित निष्पादन किया गया. मौके पर प्रभारी जिलाधिकारी सह डीडीसी हरिहर प्रसाद ने शिकायतें सुनीं. अधिकतर मामले जमीन विवाद से जुड़े थे. वहीं कई सरकारी योजनाओं में अनियमितता की शिकायत भी दर्ज करायी गयी.

सदर प्रखंड के बृजमोहन पाठक ने कहा कि राजस्व कर्मचारी से बार-बार अनुरोध किये जाने के बावजूद उनके द्वारा जमीन की मालगुजारी रसीद नहीं काटी जा रही है. निर्मली प्रखंड के दिघिया निवासी राधेश्याम सिंह ने जमीन की मापी सरकारी अमीन से कराने की मांग की. नप क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 झखराही निवासी जनक राम ने सड़क सोलिंग कार्य में वार्ड आयुक्त द्वारा मनमाने ढंग से कार्य कराने का आरोप लगाया. पिपरा प्रखंड की ठाड़ी निवासी मनीषा भारती ने चाचा पर उसका हक छीनने का आरोप लगाया. मौके पर सिविल सजर्न डॉ उमा शंकर मधुप, एडीएम अरुण प्रकाश, प्रतिभा कुमारी, अरविंद ठाकुर आदि मौजूद थे.

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