खुले आसमान के नीचे आ गये अग्निपीड़ित

खुले आसमान के नीचे आ गये अग्निपीड़ित फोटो- 15कैप्सन- अगलगी में खाक आशियाने को देखते पीड़ित.प्रतिनिधि, छातापुर थाना क्षेत्र के पड़ियाही स्थित मालदह टोला में शुक्रवार को हुई अगलगी की घटना के पीड़ित खुले आसमान के नीचे समय गुजारने को विवश है. पीड़ितों ने बताया कि आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि देखते ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 6:47 PM

खुले आसमान के नीचे आ गये अग्निपीड़ित फोटो- 15कैप्सन- अगलगी में खाक आशियाने को देखते पीड़ित.प्रतिनिधि, छातापुर थाना क्षेत्र के पड़ियाही स्थित मालदह टोला में शुक्रवार को हुई अगलगी की घटना के पीड़ित खुले आसमान के नीचे समय गुजारने को विवश है. पीड़ितों ने बताया कि आग की लपटें इतनी भीषण थीं कि देखते ही देखते उनके आशियाने जल कर खाक हो गये. किसी तरह वे लोग अपनी जान बचा पाये. नजर के सामने बसा बसाया घर सहित सभी सामान जल कर नष्ट होता देख उनके आंसू निकल आये. सरकार द्वारा दी जा रही मदद नाकाफी साबित हो रही है. इतनी कम राशि से दुबारा आशियाना खड़ा करना असंभव है. लोगों का कहना है कि तिनका -तिनका जोड़ कर उन्होंने काफी मशक्कत के बाद घर बनाया था, जो पल भर में आग की भेंट चढ़ गया. नये घर के निर्माण तक उनके समक्ष खुले आसमान के नीचे जीवन -बसर करने की विवशता बनी हुई है.अग्निपीड़ित मो इसराइल, मो इसमाइल, मो इसहाक, मसोमात बुलकी, मो खालिद, हिना आदि ने बताया कि इस घटना ने उन लोगों का घर के साथ ही दो वक्त की रोटी जुटाने पर आफत कर दिया है. सभी गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करने वाले परिवार हैं. बताया कि बीपीएल में नाम रहने के बावजूद उनलोगों को इंदिरा आवास का लाभ अब तक नहीं मिला है और न ही उन्हें पुनर्वास योजना में शामिल किया गया है. बताया कि घटना के बाद विभाग द्वारा उनलोगों को नकद राशि के रूप में प्रति परिवार 47 सौ रुपये दिया गया है, लेकिन खाद्यान्न अब तक उपलब्ध नहीं कराया गया है.

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