प्रदूषण के विरुद्ध रंग ला रहा किसान प्रदीप का मेहनत
प्रदूषण के विरुद्ध रंग ला रहा किसान प्रदीप का मेहनत फोटो -11कैप्सन- नीम के पेड़ के साथ किसानप्रतिनिधि, राघोपुर शहर एवं महानगर ही नहीं गांव भी पर्यावरण प्रदूषण की चपेट में है. ईंट चिमनियों से निकल रहा धुआं गांव के स्वच्छ हवा में जहर घोल रहा है.प्रदूषण का बुरा प्रभाव केवल मानव स्वास्थ्य पर ही […]
प्रदूषण के विरुद्ध रंग ला रहा किसान प्रदीप का मेहनत फोटो -11कैप्सन- नीम के पेड़ के साथ किसानप्रतिनिधि, राघोपुर शहर एवं महानगर ही नहीं गांव भी पर्यावरण प्रदूषण की चपेट में है. ईंट चिमनियों से निकल रहा धुआं गांव के स्वच्छ हवा में जहर घोल रहा है.प्रदूषण का बुरा प्रभाव केवल मानव स्वास्थ्य पर ही नहीं पड़ रहा है बल्कि इससे अन्य जीव जंतुओं के साथ-साथ फसलों को भी काफी नुकसान पहुंच रहा है.प्रखंड के चंपानगर पंचायत के एक किसान ने प्रदूषण को नियंत्रण की दिशा में पहल किया. करीब पांच वर्ष पूर्व उनके द्वारा प्रारंभ किया गया यह प्रयास अब रंग लाने लगा है. चंपानगर वार्ड नंबर 03 निवासी किसान प्रदीप चौधरी बताते हैं कि पर्यावरण प्रदूषण के कारण उनके खेतों में लगा फसल प्रभावित होने लगा.इससे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ा.चिमनी से निकलने वाले धूएं की वजह से पैदावार में कमी आने लगी. ऐसे मे उन्होंने खेतों के मेढ़ पर नीम का पेड लगाना प्रारंभ कर दिया.कुछ साल बाद ही उन्हें इसका फायदा नजर आने लगा.उन्होंने बताया कि नीम के पौधे से जहां चिमनी के धूएं से फसलों को राहत मिली वहीं कीट का प्रकोप भी काफी कम हो गया.नीम के पेड़ से हुए फायदे के बारे में उन्होंने अन्य किसानों को बताया.उनसे प्रभावित हो कर केवल चंपानगर ही नहीं आसपास के कई गांवों के दर्जनों किसानों ने खेत के मेढ़ पर नीम का पेड़ लगाना आरंभ किया.आज स्थिति यह है कि खेतों के बीच हजारों की संख्या में नीम के पेड़ लहलहा रहे हैं और इसका फायदा किसानों को हो रहा है. गायत्री परिवार से जुड़े श्री चौधरी ने बताया कि गायत्री शक्ति पीठ हरिद्वार मे उन्हें नीम के पेड़ से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया था.इस 07 वर्ष के बीच वे चंपानगर सहित पिपरा प्रखण्ड के दुबियाही, दुलारी गोठ, दुलारी छीट, भुलवा, कोचराहा, त्रिवेणीगंज प्रखण्ड के भैरोपट्टी आदि गांव में सड़क के किनारे व खेतों में पांच हजार से अधिक नीम के पेड़ लगा चुके हैं.इनमें से कई पेड़ अब काफी बड़े हो चुके हैं.ग्रामीणों को भी अब नीम के पेड़ का फायदा नजर आने लगा है.यही वजह है कि अब दर्जनों लोग श्री चौधरी के इस मुहिम में शामिल हो चुके हैं.श्री चौधरी ने बताया कि आगे उनका लक्ष्य थलहा, कोरियापट्टी, मतनाजा, हुलास आदि गांव में पेड़ लगाने का है.