निर्मली : मैं नगर पंचायत निर्मली अवस्थित कोसी की शाखा तिलयुगा नदी हूं. छठ पूजा के मौके पर मेरे दोनों तरफ घाटों पर सूर्य की उपासना की जाती रही है. इस मौके पर हजारों की तादाद में श्रद्धालु जुटते हैं लेकिन छठ पूजा उपरांत मेरी दुर्दशा पुन: प्रारंभ हो जाती है. पूरे शहर का गंदा पानी प्रवाहित कर स्वच्छ जल को दूषित किया जाता है.
हम नदियां सभी को साथ लेकर चलने का काम करती हैं. जब-जब महापर्व का समय निकट आता है तो सफाई की बात को लेकर आमलोग आवाज बुलंद करते रहते हैं, लेकिन मेरे घाट की लगातार हो रही उपेक्षा के प्रति कोई आवाज नहीं उठाता. जिस कारण छठ पूजा में आने वाले श्रद्धालुओं को पुन: परेशानी का सामना करना पड़ता है.
, छठ पूजा का समय करीब है. बावजूद इसके नगर पंचायत व प्रशासनिक स्तर से घाटों की साफ-सफाई कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है. वजह जो भी रहा हो लोगों द्वारा पक्की घाटों के निर्माण की बातें हमेशा उठती रहती है. लेकिन जमीनी स्तर पर ठोस कदम नहीं उठाया गया है. साफ-सफाई की दिशा में सरकारी स्तर पर कोई प्रयास के बजाय श्रद्धालु गण ही साफ-सफाई का जिम्मा उठा रहें हैं. सरकारी स्तर से साफ-सफाई की जगह कचरा फेंक कर मेरे पवित्र जल को दूषित किया जा रहा है.
वहीं श्रद्धालु गण अपने स्तर से घाटों का निर्माण कर रहे हैं. घाटों पर भव्य सूर्यदेव की प्रतिमा की स्थापना भी की जा रही है. लेकिन साफ-सफाई व घाट निर्माण की दिशा में सार्थक पहल नहीं की गई है. त्योहार को लेकर हजारों की संख्या में भक्त जन मेरे तट पर आकर सूयोर्पासना करते हैं. इस बार छठ पूजा में आने वाले श्रद्धालुओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा,
स्थानीय लोगों का कहना है कि सूर्य उपासना का पर्व इतना करीब होने के बाद भी नगर पंचायत प्रशासन कुंभ करणी की निद्रा में सोयी हुई है. हालांकि पूछने पर कार्यपालक पदाधिकारी लक्ष्मण प्रसाद का कहना है कि पर्व को लेकर घाटों की साफ-सफाई का कार्य प्रारंभ किया जायेगा. कहा कि नदियों की साफ-सफाई के लिये बोर्ड की बैठक में चर्चा किया जायेगा.