आतंकवाद वश्वि समुदाय के लिए सबसे बड़ा कोढ़ है

आतंकवाद विश्व समुदाय के लिए सबसे बड़ा कोढ़ है फोटो-10,11,12,13,14,15,कैप्सन- प्रतिक्रिया देने वालों का फाइल फोटो.प्रतिनिधि सुपौलविश्व पटल पर आतंकवाद आज सबसे बड़ा कोढ़ बन कर सामने आया है. लगातार हो रही आतंकवादी घटना मानवता को शर्मसार कर रही है. हाल में फ्रांस में हुई आतंकवादी घटना ने विश्व को एक बार फिर सोचने पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 16, 2015 6:42 PM

आतंकवाद विश्व समुदाय के लिए सबसे बड़ा कोढ़ है फोटो-10,11,12,13,14,15,कैप्सन- प्रतिक्रिया देने वालों का फाइल फोटो.प्रतिनिधि सुपौलविश्व पटल पर आतंकवाद आज सबसे बड़ा कोढ़ बन कर सामने आया है. लगातार हो रही आतंकवादी घटना मानवता को शर्मसार कर रही है. हाल में फ्रांस में हुई आतंकवादी घटना ने विश्व को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे इस कोढ़ का समूल नाश किया जाय. बावजूद आतंकवादी रूपी कोढ़ से निबटने में विश्व समुदाय कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है. आतंकवादी घटना से आज लगभग विश्व का सभी देश पीड़ित है. भारत शुरू से इस कोढ़ से जूझता आ रहा है. इसको लेकर भारत ने विश्व पटल पर इसकी रोक थाम के लिए आवाज उठायी, लेकिन अन्य विश्व के देश ने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया. इसका परिणाम है कि अमेरिका, रूस, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी, ब्राजील व अन्य देशों के साथ आज फ्रांस जैसा शक्तिशाली देश भी आतंकवाद का शिकार हो गये. मानवता को शर्मसार करने वाली इस आतंकवादी घटना की चारों तरफ से निंदा की जा रही है. जो इसका प्रमाण है कि आतंकवाद विश्व समुदाय के लिए कितना बड़ा खतरा बन कर सामने आया है. कोई भी धर्म आपस में बैर नहीं सिखाता विश्व समुदाय का सबसे बड़ा सिरदर्द आतंकवाद के पनपने की वजह कहीं न कहीं धर्म पर आधारित देखा जा रहा है. इसको लेकर बहुत सारे विवेचना कारों ने अपनी बातें किसी न किसी माध्यम से लोगों के सामने रखी है. सभी के केंद्र बिंदु पर धर्म को लेकर ही सवाल खड़े किये गये हैं. जबकि सच यही है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है. हिंदू का धर्म-शास्त्र हो या बाइबिल हो या कुरान सभी धर्म ग्रंथों ने विश्व को आपसी भाई-चारा और इंसानियत का पैगाम ही दिया है. कोई भी धर्म आपस में बैर करना नहीं सिखाता है. क्या कहते हैं यहां के लोग भारत आतंकवाद की घटना से हमेशा से जूझता रहा है. चाहे वो मुंबई बमकांड हो या ताज होटल पर आतंकवादी घटना, भारत ने आतंकवादियों की वजह से बहुत कुछ खोया है, और आज भी रोज इससे जूझ रहा है. आतंक व आतंकवाद के खात्मे को लेकर प्रभात खबर ने लोगों की राय ली. भाजपा जिलाध्यक्ष नागेंद्र नारायण ठाकुर ने कहा कि घटना से सारा भारत आहत है. प्राक्सीवार को लगातार झेलने वाले भारत से ज्यादा आतंकवाद के दर्द को कोई नहीं महसूस कर सकता है. यह आतंकवादी घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. विश्व समुदाय को एकजुट हो कर इसके निदान के लिए आगे आना होगा. जदयू जिलाध्यक्ष राम विलास कामत ने फ्रांस में हुई आतंकवादी घटना की निंदा करते हुए कहा कि मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. इस घटना की जितनी भी निंदा की जाय वह कम है. आतंक और आतंकवादी का कोई धर्म व मजहब नहीं होता है. इसका समूल नाश होना चाहिए. जिसके लिए विश्व की तमाम शक्ति को एक होना होगा.अनिल कुमार सिंह कहते हैं कि विश्व शांति के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा कोढ़ है. इसका खात्मा जरूरी है. फ्रांस में हुई आतंकवाद की घटना आतंकवादियों की ओछी मानसिकता को दर्शाता है. इसके लिए विश्व समुदाय को एक हो कर लड़ना होगा.हासिम सौदागर ने कहा कि इंसान को अपना निशाना बनाने वाले का कोई धर्म नहीं होता है. फ्रांस में हुई आतंकवाद की घटना निंदनीय है. मासूम लोगों का कत्ल कोई शैतान ही कर सकता है. इसके लिए विश्व समुदाय को एक हो कर आतंकवाद से लड़ने के लिए खड़ा होना होगा. करण हैदर कहते हैं इस तरह की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है. धर्म के नाम पर मासूम इंसान को अपना निशाना बनाने वालों को खुदा कभी माफ नहीं करता. मुसलमान धर्म इंसानियत का पैगाम देने वाला होता है. इसकी आर में कुकृत्य करने वालों के लिए शख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला आज खुद इसका खामियाजा भुगत रहा है. मनीष त्रिपुरारी ने कहा कि आतंक व आतंकवादियों का विरोध होना चाहिए. धर्म के नाम पर अलगाव वाद नहीं होना चाहिए. आज विश्व के लिए आंतकवाद सबसे बड़ी समस्या है. इसके लिए सभी को एक साथ मिल कर काम करने की आवश्यकता है.

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