अतक्रिमित सड़क पर आवागमन में होती है परेशानी

अतिक्रमित सड़क पर आवागमन में होती है परेशानी मुख्य बाजार से लेकर हाइस्कूल चौक तक सड़क के दोनों किनारे कच्चे घर बना कर किया कब्जावाहन चालक भी बनते हैं जाम का कारण फोटो -21, 22कैप्सन- मुख्य सड़क पर लगा हाट व मुख्यालय में शहरों जैसी जाम की स्थितिप्रतिनिधि, छातापुर प्रखंड मुख्यालय की मुख्य सड़क एसएच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2015 6:46 PM

अतिक्रमित सड़क पर आवागमन में होती है परेशानी मुख्य बाजार से लेकर हाइस्कूल चौक तक सड़क के दोनों किनारे कच्चे घर बना कर किया कब्जावाहन चालक भी बनते हैं जाम का कारण फोटो -21, 22कैप्सन- मुख्य सड़क पर लगा हाट व मुख्यालय में शहरों जैसी जाम की स्थितिप्रतिनिधि, छातापुर प्रखंड मुख्यालय की मुख्य सड़क एसएच 91 पूर्ण रूपेण अतिक्रमणकारियों के चपेट में रहने के कारण आम लोगों को आवागमन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. मुख्य बाजार से लेकर हाई स्कूल चौक तक सड़क के दोनों किनारे अतिक्रमणकारियों ने कच्चे घरों का निर्माण कर अपना कब्जा जमा लिया है. वहीं प्रशासनिक उदासीनता के कारण हाट व गुदरी की जमीन वर्षों से अतिक्रमित रहने का नतीजा है कि दशकों से मुख्य सड़क पर ही हाट व गुदरी लगाया जा रहा है. प्रखंड मुख्यालय में खासकर हाट के दिन मंगलवार, शनिवार एवं गुरुवार को लगने वाले मवेशी हाट के दिन सैकड़ों की भीड़ जमा होती है. जिसके बाद वाहनों के परिचालन में काफी परेशानी होती है.ऐसा नहीं है कि प्रशासन आम जनों को हो रही इस परेशानी व परिस्थितियों से अवगत नहीं है.बावजूद इसके इन समस्याओं को दूर करने में प्रशासन द्वारा दिलचस्पी नहीं लिया जा रहा है. मुख्यालय स्थित बस पड़ाव में पर्याप्त जगह नहीं रहने के कारण मुख्यालय से परिचालित सभी छोटे -बड़े वाहनों के चालक द्वारा सड़क पर ही गाड़ी खड़ी कर यात्रियों को चढ़ाया व उतारा जाता है. इससे आम लोगों को तो जाम की समस्या से जूझना पड़ता ही है हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.हालांकि पूर्व में तत्कालीन डीएम के निर्देश पर चलाये गये अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत स्थानीय प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति जरूर की गयी. लेकिन इस कार्रवाई के बाद पुन: पूर्व की स्थिति बनी हुई है. कहते हैं अधिकारी इस बाबत पूछने पर अंचलाधिकारी लाला प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अतिक्रमण के मामलों को लेकर वे स्वयं गंभीर हैं.शीघ्र ही ऐसे लोगों को चिह्नित सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराया जायेगा.

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