ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ
ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ फोटो – 5,6कैप्सन – प्रवचन देते महाराज, उपस्थित श्रद्धालुप्रतिनिधि, सुपौल स्थानीय व्यापार संघ स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया है. रविवार को हरिद्वार से आये स्वामी शिवानंद जी महाराज द्वारा कथा का संगीत प्रस्तुति दी गयी. साथ ही कथा का शुभारंभ […]
ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ फोटो – 5,6कैप्सन – प्रवचन देते महाराज, उपस्थित श्रद्धालुप्रतिनिधि, सुपौल स्थानीय व्यापार संघ स्थित राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी परिसर में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया है. रविवार को हरिद्वार से आये स्वामी शिवानंद जी महाराज द्वारा कथा का संगीत प्रस्तुति दी गयी. साथ ही कथा का शुभारंभ श्री श्री 108 किंकर बाबा के ईश भक्ति की स्तुति राग, सुर व लय के साथ की गयी. जहां उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भक्ति रस से सराबोर हुए. स्वामी जी ने व्यास जी की कथा को नैतिकता के साथ जीवन में उतारने पर चर्चा किया. कहा कि प्राणियों को अपने जीवन के दौरान चार अवस्था में जीने का अवसर प्राप्त होता है. लेकिन अधिकांश जीव अपने अवस्थाओं का पालन ज्ञान के अभाव में नहीं कर पाते हैं. जिस कारण लोगों को हरेक कदम पर दुख झेलना पड़ रहा है. कहा कि नारद शब्द को परिभाषित करते हुए कहा कि जिनका वचन कभी रद्द ना हो वही नारद है. प्रवचन के दौरान महाराज जी ने कहा कि मानव को ज्ञान, भक्ति व कर्म के आचरण से ही मोक्ष की प्राप्ति मिलेगी. कहा कि धरती पर प्राणियों का जन्म सत्कर्म करने हेतु हुआ है. कहा कि कथा सुनने से सद ज्ञान की प्राप्ति होती है. साथ ही ज्ञान से ही प्राणियों का विवेक स्वत: पनपता है. बताया कि संत द्वारा प्राप्त ज्ञान को ज्ञाना मृत कहते है. कथा स्थल पर आकर्षक तैयारी 22 से 28 नवंबर तक चलने वाले श्रीमद भागवत कथा को लेकर व्यवस्थापक मोहन प्रसाद चौधरी द्वारा आकर्षक तैयारी की गयी है. कथा स्थल पर पंडाल सहित बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गयी है. साथ ही फूल माला व बाजार क्षेत्र में जगह – जगह ध्वनि विस्तारक यंत्र लगा कर भव्य तरीके से सजाया गया है. आयोजन के पहले दिन दर्जनों भक्तजनों की भीड़ देखी गयी. श्री चौधरी ने बताया कि सर्दी के मौसम में दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कथा श्रवण में परेशानी का सामना ना हो इसके लिए व्यापक इंतजाम किया गया है.