गौरवपूर्ण इतिहास के बावजूद वद्यिालय की स्थिति दयनीय

गौरवपूर्ण इतिहास के बावजूद विद्यालय की स्थिति दयनीय फोटो -17, 18, 19कैप्सन- जर्जर भवन, छत व बरामदाप्रतिनिधि, राघोपुरप्रखंड के गणपतगंज स्थित हरावत राज उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक हजार से अधिक छात्रों के लिये मात्र तीन वर्ग कक्ष है.ऐसे में छात्रों व शिक्षकों को कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है. गौरवपूर्ण इतिहास वाले इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2015 7:46 PM

गौरवपूर्ण इतिहास के बावजूद विद्यालय की स्थिति दयनीय फोटो -17, 18, 19कैप्सन- जर्जर भवन, छत व बरामदाप्रतिनिधि, राघोपुरप्रखंड के गणपतगंज स्थित हरावत राज उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक हजार से अधिक छात्रों के लिये मात्र तीन वर्ग कक्ष है.ऐसे में छात्रों व शिक्षकों को कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है. गौरवपूर्ण इतिहास वाले इस विद्यालय की बदहाली से स्थानीय लोग क्षुब्ध हैं.सूबे के वर्तमान विद्युत मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की प्राथमिक शिक्षा इस विद्यालय से ही हुई थी. 02 जुलाई 1957 को उनका नमांकन वर्ग छह में कराया गया था.उन्होंने लंबे समय तक विद्यालय के छात्रावास में रह कर पढाई किया था. पुर्व मुख्यमंत्री डा जगन्नाथ मिश्र, पूर्व रेल मंत्री स्व ललित नारायण मिश्र, डा फनी भूषण लाल दास, नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोईराला आदि हस्तियों ने इस विद्यालय से ज्ञान अर्जित किया.लेकिन इस विद्यालय की स्थिति आज दयनीय बनी हुई है. वर्ग नौ में नामांकित हैं छह सौ छात्र्ा वर्ग दस में 477 छात्र व उच्च माध्यमिक के प्लस टू में 57 छात्र नामांकित है. वर्ग 9 व 10 के लिये मात्र तीन वर्ग कक्ष हैं. जिसमें छात्र किसी प्रकार पढाई करते हैं.श्रम विकास योजना के तहत बने इस भवन का भी हाल खास्ता है. पूर्व में बने भवन अब खंडहर में तबदील हो गया है. प्लस टू के लिये हाल में बना छह कमरे का भवन भी अब क्षतिग्रस्त होने लगा है.जगह- जगह से प्लास्टर उखड़ने लगे हैं.विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरुण कुमार जायसवाल बताते हैं कि विद्यालय का पुराना भवन अब खतरनाक हो गया है. छत का प्लास्टर उखड़ कर गिर रहा है. ऐसे में उस कक्ष में बच्चों को पढाना खतरे से खाली नहीं है.विद्यालय में माध्यमिक में 13 व उच्च माध्यमिक में 3 शिक्षक पदस्थापित हैं. प्रधानाध्यापक का पद लंबे समय से रिक्त है. चार वर्ष से लिपिक का पद रिक्त है. दो आदेशपाल की जगह एक पदस्थापित हैं. नाईट गार्ड के नहीं रहने से चोरी की वरदात बढ गई हैण् गत 23 अगस्त को विद्यालय से 11 सेट कंप्यूटर की चोरी हो गयी थी.

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