प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत, परिजनों ने लगाया चिकत्सिकों पर आरोप
प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत, परिजनों ने लगाया चिकित्सकों पर आरोप फोटो-17 कैप्सन- शव पर विलाप करते परिजनछातापुरपीएचसी छातापुर के प्रसव वार्ड में चिकित्सीय लापरवाही के बाद निजी अस्पताल लायी गयी प्रसूता की रविवार को मौत हो गयी.मृतका 30 वर्षीया गुंजन देवी झखाड़गढ निवासी दिलीप यादव की पत्नी बतायी जाती है.जिसे शनिवार की रात […]
प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत, परिजनों ने लगाया चिकित्सकों पर आरोप फोटो-17 कैप्सन- शव पर विलाप करते परिजनछातापुरपीएचसी छातापुर के प्रसव वार्ड में चिकित्सीय लापरवाही के बाद निजी अस्पताल लायी गयी प्रसूता की रविवार को मौत हो गयी.मृतका 30 वर्षीया गुंजन देवी झखाड़गढ निवासी दिलीप यादव की पत्नी बतायी जाती है.जिसे शनिवार की रात प्रसव पीड़ा के बाद पीएचसी में भरती कराया गया था. जहां डॉक्टरों की अनुपस्थिति में ड्यूटी पर मौजूद एएनएम शांति देवी द्वारा प्रसव कार्य कराया जा रहा था. लेकिन प्रसूता की लगातार बिगड़ रही स्थिति को देखते हुए एएनएम ने डॉक्टर को सूचित किये बगैर परिजनों से शीघ्र बाहर ले जाने को कहा.अफरा तफरी के बीच परिजन प्रसूता को लेकर स्थानीय सुशीला हॉस्पीटल पहुंचे, जहां उपचार आरंभ होते ही उसकी मौत हो गयी.मृतका के परिजनों गुंजन की मौत के लिये पीएचसी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. गुंजन की मौत के बाद जहां संस्थागत प्रसव पर सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं प्रसव वार्ड में चिकित्सीय व्यवस्था व निगरानी की पोल खुल गयी है.इधर मौत की खबर सुनते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया. देखते ही देखते मृतका के तीन बच्चों के सिर से मां का साया छिन गया.परिवार के सभी सदस्यों का रो-रो कर बुरा हाल है. लापरवाही से हुई मौत से आहत मृतका के पति सहित सास शीला देवी व कमली देवी ने बताया कि शनिवार को तकरीबन 10 बजे वे लोग प्रसूता को लेकर पीएचसी पहुंचे. जहां भर्ती लेने के बाद एएनएम द्वारा आवश्यक दवा मंगवाया गया और दो घंटे में प्रसव सामान्य रूप से हो जाने का आश्वासन दिया. लेकिन डॉक्टर एक बार भी मरीज को देखने प्रसव वार्ड नहीं पहुंचे.बताया कि तकरीबन चार बजे अचानक ही प्रसुता की गंभीर स्थिति बताते हुए उसे तुरंत बाहर ले जाने के लिये कहा जाने लगा.परिजनों ने गुंजन की मौत के लिए पीएचसी प्रबंधन को जिम्मेवार ठहराया है.