हाइटेंशन तार की चपेट में आने से युवक की मौत

हाइटेंशन तार की चपेट में आने से युवक की मौत फोटो – 15,16कैप्सन – सड़क जाम व मृतकप्रतिनिधि, छातापुर मुख्यालय स्थित बस पड़ाव के समीप एनएच 91 पर गुरुवार की मध्य रात्रि हाइटेंशन तार की चपेट में आने से एक बस सवार की मौत हो गयी. घटना से आक्रोशित परिजनों ने एनएच 91 पर शव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2015 8:10 PM

हाइटेंशन तार की चपेट में आने से युवक की मौत फोटो – 15,16कैप्सन – सड़क जाम व मृतकप्रतिनिधि, छातापुर मुख्यालय स्थित बस पड़ाव के समीप एनएच 91 पर गुरुवार की मध्य रात्रि हाइटेंशन तार की चपेट में आने से एक बस सवार की मौत हो गयी. घटना से आक्रोशित परिजनों ने एनएच 91 पर शव को रख कर तकरीबन छह घंटे तक आवागमन बाधित कर दिया. आक्रोशित परिजनों ने आरोप लगाया कि बस व उसके कर्मियों को पुलिस ने कब्जे में लिया, फिर भगा दिया. साथ ही परिजन विद्युत विभाग के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए मृत के परिजनों को पांच लाख मुआवजा दिये जाने की मांग कर रहे थे. मौके पर स्थानीय जन प्रतिनिधि व गण्यमान्यों ने आक्रोशित परिजनों को समुचित कार्रवाई व मुआवजा दिलाये जाने का आश्वासन देकर जाम को समाप्त कराया. मुख्यालय पंचायत के वार्ड नंबर 17 निवासी मो इशा का 30 वर्षीय पुत्र मो सिराज पंजाब से घर लौट रहा था. इसी क्रम में सहरसा से जोगबनी आने वाली अश्वमेध बस संख्या बीआर 19 सी/8017 पर सवार होकर छातापुर आ रहा था. मो सिराज का सामान बस की छत पर रखा था. बस के सह चालक ने उक्त सामान को नहीं उतारा, इसलिए वह स्वयं सामान उतारने के लिए बस की छत पर चढ़ा. इसी दौरान ऊपर से लटक रहे 11 हजार वोल्ट के विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया और करंट से उसकी मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. रात के समय हुई घटना की जानकारी मिलते ही आस पड़ोस के लोग एकजुट होने लगे. साथ ही पुलिस ने बस पड़ाव से पूरब नहर के समीप बस को कब्जे में लेकर चौकीदार को तैनात कर दिया. हालांकि कुछ ही घंटे बाद पुलिस के सहयोग से बस सहित कर्मियों को भागने में सफलता मिल गयी. पुलिसिया रैवये से खिन्न होकर परिजनों ने सड़क जाम कर दिया.एचटी व एलटी लाइन सड़क के ऊपर दशकों पूर्व बिछाया गया संचरण लाइन जर्जर होकर कई स्थानों पर लटक रही है. इस कारण खतरे की आशंका बनी रहती है. खास कर एनएच 91 का ऊंची करण व कालीकरण कार्य किये जाने के बाद संचरण लाइन व पथ के बीच की दूरी काफी कम है. नतीजा रहा कि संचरण लाइन की चपेट में आ कर युवक को जान से ही हाथ धोना पड़ा. पहले भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन विभाग की कुंभकर्णी निद्रा अब तक नहीं टूटी है. हालांकि हाल के दिनों में संचरण कार्य बदलने का कार्य मंथर गति से चल रहा है. बस पड़ाव है अतिक्रमित छातापुर बस पड़ाव आरंभ काल से ही अतिक्रमण की चपेट में रहा है. हाल के दिनों में अतिक्रमण का दायरा और भी बढ़ता जा रहा है. लोगों ने बताया कि अतिक्रमण का मुख्य कारण संवेदक द्वारा किराया वसूली रहा है. नतीजा है कि जगह के अभाव में अधिकांश वाहनें सड़क पर ही खड़ी की जा रही है. साथ ही सड़क किनारे वाहनों को खड़ी कर सवारी व सामानो को चढ़ाया – उतारा जाता है. बताया कि उक्त बस को पड़ाव में लगाया जाता तो इस प्रकार की घटना घटित नहीं होती. वहीं अतिक्रमण मुक्ति की दिशा में प्रशासन द्वारा सख्त पहल नहीं किया जा रहा है.

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