धरना की सफलता को लेकर किया मंथन
धरना की सफलता को लेकर किया मंथनमांगों को लेकर शिक्षक संघ नौ को देगा धरना फोटो- 10कैप्सन – बैठक में उपस्थित सदस्य प्रतिनिधि, सुपौल गांधी मैदान में रविवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड इकाई की एक बैठक संपन्न हुई. संजीव कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राज्य स्तरीय व स्थानीय […]
धरना की सफलता को लेकर किया मंथनमांगों को लेकर शिक्षक संघ नौ को देगा धरना फोटो- 10कैप्सन – बैठक में उपस्थित सदस्य प्रतिनिधि, सुपौल गांधी मैदान में रविवार को बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखंड इकाई की एक बैठक संपन्न हुई. संजीव कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में राज्य स्तरीय व स्थानीय समस्याओं को लेकर नौ जनवरी को आहूत धरना को सफल बनाये जाने को लेकर विचार विमर्श किया गया. बैठक में उपस्थित जिला सचिव पुष्प राज ने कहा कि निर्धारित तिथि को समाहरणालय द्वार के समीप संघ के सदस्य व शिक्षकों द्वारा धरना – प्रदर्शन दिये जाने को लेकर तिथि निर्धारित है. बताया कि धरना प्रदर्शन के माध्यम से सेवा शर्त, समान वेतनमान, ऐच्छिक स्थानांतरण, शिक्षकों को वित्तीय प्रभार से हटाने के आदेश की वापसी, ससमय वेतन भुगतान, शिक्षा विभाग के कार्यालय को बिचौलिये व दलालों से मुक्त कराने, शिक्षकों की समस्याओं का ससमय निदान किये जाने व शिक्षकों को प्रताडि़त करने वाले कर्मियों व पदाधिकारियों पर समुचित कार्रवाई किये जाने सहित अन्य मांगों से जिला पदाधिकारी के संज्ञान में दिया जायेगा. साथ ही संघ के एक शिष्ट मंडल द्वारा मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा जायेगा. जिला प्रतिनिधि विभाष चंद्र सिंह ने उपस्थित सदस्यों को नव वर्ष की शुभ कामना देते हुए बैठक को बताया कि सरकार द्वारा देय वेतन मान के बावजूद विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का काम समान है. लेकिन वेतन असमान रूप से मिल रहा है. जो शिक्षकों के साथ महज छलावा है. उन्होंने बताया कि शिक्षकों को अंश दायी पेंशन योजना के तहत आच्छादित किया गया. लेकिन सरकार द्वारा अब तक राशि मुहैया नहीं कराया जाना तथा शिक्षकों की कटौती को बंद कर देना समझ से परे है. शिक्षकों के साथ हो रहा क्रूर मजाक बैठक को वक्ताओं ने बताया कि सरकार नियोजित शिक्षकों के समान काम के बदले समान वेतन की मांग को ठुकरा कर शिक्षकों को चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी से भी निम्न माना है. इस प्रकार का वेतनमान देकर शिक्षकों को अपमानित किया गया है. बताया कि जब तक शिक्षक निजी समस्या व आर्थिक दंश से घिरे रहेंगे. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की कल्पना करना शिक्षकों के साथ क्रूर मजाक है. कहा कि शिक्षकों को नया वेतनमान के साथ सेवा शर्तें का निर्धारण नहीं कराये जाने से सरकार की मनसा स्पष्ट रूप से जाहिर हो रही है. लेकिन सरकार के इस सोच को संघ बर्दास्त नहीं करेगी. बैठक में पंकज प्रभात, अभिमन्यु, विभाष कुमार, गणेश कुमार, प्रमोद कुमार, अरविंद कुमार, दिलीप कुमार, दिवाकर कुमार, दीपक कुमार शर्मा, राजेश कुमार मांझी, सत्य नारायण पासवान सहित अन्य उपस्थित थे.