खुली डीडी की नींद, तीन शक्षिकों का वेतन स्थगित

खुली डीडी की नींद, तीन शिक्षकों का वेतन स्थगित प्रभात इंपैक्ट ———— फोटो -11कैप्सन- अखबार में प्रकाशित खबरप्रतिनिधि, सुपौल बिना स्वीकृत पद के वेतन का लाभ लेने के खुलासे के बाद निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा अवैध रूप से पदस्थापित तीन शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए विभाग से मार्गदर्शन की मांग की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2016 6:38 PM

खुली डीडी की नींद, तीन शिक्षकों का वेतन स्थगित प्रभात इंपैक्ट ———— फोटो -11कैप्सन- अखबार में प्रकाशित खबरप्रतिनिधि, सुपौल बिना स्वीकृत पद के वेतन का लाभ लेने के खुलासे के बाद निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा अवैध रूप से पदस्थापित तीन शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाते हुए विभाग से मार्गदर्शन की मांग की गयी है.मालूम हो कि ‘ बिना स्वीकृत पद के ही ले रहे वेतन का लाभ’ शीर्षक से रविवार के अंक में प्रभात खबर में खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया था.जिसके बाद डीडी द्वारा उक्त कार्रवाई की गयी है.मध्य विद्यालय कुमारगंज के प्रधानाध्यापक सह किसनपुर प्रखंड के निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी गिरधर कुमार ने बताया कि उर्दू मध्य विद्यालय मधुरा राजपुर में अवैध रूप से पद पर बने मो शौकत अली, मध्य विद्यालय फुलकाहा के सत्य नारायण कामत एवं मध्य विद्यालय श्रीपुर सुखासन के शिक्षक उदय कुमार झा का दिसंबर माह का वेतन स्थगित कर कोषागार को विपत्र भेजा गया है.इन तीनों शिक्षकों के संबंध में विभाग से मार्गदर्शन की मांग की गयी है. डीडी की खुली नींद प्रोन्नति रद्द होने के बावजूद अवैध रूप से नव पदस्थापित स्थान पर तीन साल से जमे शिक्षक के संबंध में अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी की नींद खुली और उन्होंने ऐसे शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगा दिया.सवाल उठता है कि बीते तीन वर्षों से किस प्रकार निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी उक्त तीनों शिक्षकों को वेतन का लाभ दे रहे थे.जबकि जहां वे पदस्थापित हैं, वहां पद ही स्वीकृत नहीं है.कमेटी ने की कार्रवाई की सराहना पब्लिक विजिलेंस कमेटी के सचिव अनिल कुमार सिंह ने निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी द्वारा किये गये उक्त कार्रवाई की सराहना की है.श्री सिंह ने कहा है कि देर से ही सही डीडी द्वारा उचित कार्रवाई की गयी है.उन्होंने विभागीय पदाधिकारी के मिलीभगत से अवैध रूप से वेतन का लाभ ले रहे इन शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version