शक्षिा विभाग में नियमों की नहीं, अधिकारियों की चलती है मनमर्जी
शिक्षा विभाग में नियमों की नहीं, अधिकारियों की चलती है मनमर्जी – प्रधानाध्यापक के रहते सभी कार्य कर रहे हैं सहायक शिक्षक- बीइओ ने मामले को सुलझाने के बदले और उलझायाप्रतिनिधि, सुपौलशिक्षा विभाग के खेल भी निराले हैं. विभाग के अधिकारियों का विवादों से काफी गहरा संबंध रहा है. अपनी कार्यशैली की वजह से हमेशा […]
शिक्षा विभाग में नियमों की नहीं, अधिकारियों की चलती है मनमर्जी – प्रधानाध्यापक के रहते सभी कार्य कर रहे हैं सहायक शिक्षक- बीइओ ने मामले को सुलझाने के बदले और उलझायाप्रतिनिधि, सुपौलशिक्षा विभाग के खेल भी निराले हैं. विभाग के अधिकारियों का विवादों से काफी गहरा संबंध रहा है. अपनी कार्यशैली की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले इस विभाग के अधिकारियों के लिए नियम व कानून कोई मायने नहीं रखते. यही वजह है कि जिले के शिक्षा विभाग में न तो सरकारी आदेश कोई मायने रखता है और न ही नियमों का ही पालन किया जाता है. बल्कि पदाधिकारी के निजी स्वार्थ एवं मनमर्जी से यहां कार्य का निष्पादन होता है. एेसे ही एक मामले का खुलासा पब्लिक विजिलेंस कमेटी के सचिव अनिल कुमार सिंह द्वारा किया गया है. क्या है मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय हुलासपट्टी बिसनपुर के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार झा का स्थानांतरण बबुजन आदर्श मध्य विद्यालय चकला निर्मली में प्रधानाध्यापक के रिक्त पद पर किया. डीइओ के आदेश का अनुपालन करते हुए श्री झा ने 18 जून को उक्त विद्यालय में प्रधानाध्यापक पद पर योगदान दिया. विभाग ने श्री झा के प्रधानाध्यापक पद पर योगदान की स्वीकृति भी दी, लेकिन सात माह बीत जाने के बावजूद श्री झा को उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक का प्रभार नहीं मिल पाया है. श्री झा ने इसकी सूचना विभाग के वरीय पदाधिकारियों को देते हुए न्याय की गुहार लगायी है. यह दीगर बात है कि विभागीय अधिकारी अब तक पैरवी के कारण मौन धारण किये हुए हैं.सहायक शिक्षक बने हैं प्रधानाध्यापक विद्यालय में कागजी तौर पर मनोज कुमार झा प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थापित हैं. पर, प्रधानाध्यापक का कार्य सहायक शिक्षक रमण कुमार वर्मा कर रहे हैं. इतना ही नहीं विद्यालय के विकास कोष एवं एमडीएम कोष का भी संचालन श्री वर्मा ही प्रधानाध्यापक की हैसियत से कर रहे हैं. इस दौरान उनके द्वारा लाखों रुपये की निकासी भी की गयी है.नियम संगत नहीं है बीइओ का आदेश प्रधानाध्यापक श्री झा ने विद्यालय में योगदान के बाद प्रभार नहीं मिलने की शिकायत शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से की. पर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने सिर्फ दैनिक कार्य करने का आदेश प्रधानाध्यापक को दिया. जबकि वित्तीय सभी कार्य सहायक शिक्षक श्री वर्मा द्वारा ही किया जा रहा है.लाखों की वित्तीय अनियमितता विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षा समिति के संयुक्त हस्ताक्षर से बैंक में खाता है. श्री झा के रहने के बावजूद खाते से निकासी सहायक शिक्षक श्री वर्मा द्वारा किया जा रहा है, जो गंभीर वित्तीय अनियमितता का परिचायक है. विभाग भी इस पर अपनी स्वीकृति प्रदान कर मूकदर्शक बना है.कमेटी ने की कार्रवाई की मांग पब्लिक विजिलेंस कमेटी के सचिव अनिल कुमार सिंह ने इस मामले को उजागर करते हुए शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों को आवेदन दे कर दोषी के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की है.साथ ही नियमानुकूल प्रधानाध्यापक का प्रभार मनोज कुमार झा को दिलाने का अनुरोध किया है.