एक माह से अंधेरे में डूबा है महादलित बस्ती

एक माह से अंधेरे में डूबा है महादलित बस्ती -विद्युत विभाग के प्रति महादलित परिवारों में बढ़ रहा आक्रोश-उपभोक्ताओं ने सड़क पर उतरने की दी चेतावनी-विभागीय कर्मियों पर अवैध वसूली का लगाया आरोप फोटो -06कैप्सन- आंदोलन के मूड में महादलित प्रतिनिधि, छातापुरराज्य सरकार द्वारा महादलित परिवारों को सभी मूलभूत व लाभकारी योजना का लाभ पहुंचाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2016 6:47 PM

एक माह से अंधेरे में डूबा है महादलित बस्ती -विद्युत विभाग के प्रति महादलित परिवारों में बढ़ रहा आक्रोश-उपभोक्ताओं ने सड़क पर उतरने की दी चेतावनी-विभागीय कर्मियों पर अवैध वसूली का लगाया आरोप फोटो -06कैप्सन- आंदोलन के मूड में महादलित प्रतिनिधि, छातापुरराज्य सरकार द्वारा महादलित परिवारों को सभी मूलभूत व लाभकारी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए प्राथमिकता तय किया जा रहा है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. खास कर विद्युत विभाग के लिए सरकारी निर्देश कोई मायने नहीं रखता और यहां विभागीय अधिकारियों की मनमर्जी से कार्य निष्पादित किये जाते हैं. इसका ताजा उदाहरण मुख्यालय पंचायत स्थित वार्ड नंबर 14 है. जहां दशकों से विद्युत सेवा प्राप्त कर रहे महादलित बस्ती के लोग बीते एक माह से अंधेरे में रहने को विवश हैं. अवैध वसूली की नियत से स्थानीय बिजली मिस्त्री द्वारा बार-बार तार काट कर सेवा बाधित कर दी जाती है. इसके पीछे विभागीय निर्देश की बात बतायी जाती है. लेकिन वसूली के बाद पुन: सेवा बहाल कर दिया जाता है.महादलित परिवारों के साथ हो रहे इस मानसिक व आर्थिक शोषण के मुद्दे पर विभाग की चुप्पी कई आशंका को जन्म दे रही है. चूंकि संचरण लाईन बस्ती तक पहुंचाने अथवा रसीद प्राप्त कर चुके नये उपभोक्ताओं के घर मीटर लगाने की बात हो. इसमें अवैध वसूली को लेकर स्थानीय कर्मियों का कारनामा किसी से छिपा नहीं है. नया ट्रांसफारमर उपलब्ध कराने के नाम पर मोटी वसूली की बात तो ऊपर तक के अधिकारियों को मालूम है. बावजूद कर्मियों के इस खेल पर विराम लगाने में विभागीय अधिकारी अक्षम साबित हो रहे हैं.आंदोलन के मूड में हैं महादलित उपभोक्तापंचायत समिति सदस्य व वार्ड वासी धर्मदेव राम, शंकर राम, सीताराम राम, आशो राम, अरविंद राम, छतर राम, सदानंद राम, शत्रुघ्न राम, विनेश राम, जामुन राम, दीपक साह आदि ने बताया कि बिजली मिस्त्री द्वारा तार काट दिये जाने के कारण बीते एक माह से दर्जन भर उपभोक्ताओं को विद्युत सेवा से वंचित होना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि तार काट रहे बिजली मिस्त्री से जब सेवा बाधित करने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि साहब का आदेश है. बताया कि इस संदर्भ में जेई से शिकायत की गयी तो उनके सलाह पर चंदा इकट्ठा कर निजी तौर पर बाजार से तार क्रय किया गया और ट्रांसफारमर से बस्ती तक लाइन खींच कर ले जाया गया. लेकिन उक्त मिस्त्री द्वारा साहब के आदेश का हवाला दे कर पुन: तार काट लिया और सेवा बाधित कर दिया.उपभोक्ताओं ने बताया कि इस बस्ती के तकरीबन दो दर्जन लोगों ने नया कनेक्शन लेने के लिये शिविर में आवेदन दिया था, जिसका रसीद भी प्राप्त है. कर्मियों से जब मीटर लगाने को कहा जाता है तो 500 से लेकर एक हजार रुपये तक की मांग की जाती है.मीटर नहीं लगाये जाने के कारण उनलोगों को विद्युत सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. उपभोक्ताओं ने कहा कि मौखिक शिकायत पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में अब जेई से लिखित शिकायत की गयी है.इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने की स्थिति में सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे. कहते हैं जेईइस बाबत पूछने पर जेई अभिषेक कुमार ने बताया कि अवैध वसूली की जानकारी उन्हें नहीं है. जहां तक महादलित बस्ती में सेवा बाधित करने का सवाल है तो उनके द्वारा ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. सेवा बाधित करने वाले कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जायेगा.

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