राष्ट्रीय स्तर पर चयनित 100 महिलाओं में सरायगढ़ की बबीता भी शामिल
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22 को राष्ट्रपति के साथ लंच में शामिल होंगी बबीता
राष्ट्रीय स्तर पर चयनित 100 महिलाओं में सरायगढ़ की बबीता भी शामिल सुपौल : उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सौ महिलाओं में शामिल जिले की बबीता कुमारी रविवार को अपने गांव सरायगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. नारी सशक्तीकरण व शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली बबीता 22 […]
सुपौल : उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सौ महिलाओं में शामिल जिले की बबीता कुमारी रविवार को अपने गांव सरायगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. नारी सशक्तीकरण व शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली बबीता 22 जनवरी को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के साथ लंच में शामिल होंगी. इसके लिए उन्हें महिला व कल्याण मंत्रालय के सलाहकार डाॅ अरविंद राणा एवं सीनियर कंसलटेंट मीनाक्षी राठौर द्वारा पत्र जारी कर आमंत्रित किया गया था. बबीता के साथ उनकी माता सागर देवी, पिता जगदीश प्रसाद एवं पति बलराम प्रसाद सिंह भी दिल्ली गये हैं.
गौरतलब है कि महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 100 महिलाओं का चयन किया गया है. इसमें मध्य विद्यालय सरायगढ़ की शिक्षिका बबीता कुमारी भी शामिल हैं.
चुनी गयी महिलाएं राष्ट्रपति के साथ दिन के भोजन में शामिल होंगी. बबीता की उपलब्धि से जहां उनका परिवार व समाज गदगद है, वहीं इस प्रकार के गौरवपूर्ण आमंत्रण व अविस्मरणीय अवसर से बबीता के सपनों को मजबूत पंख लग गये हैं. घर-परिवार की जिम्मेदारी के बावजूद शिक्षा से अभिवंचित बच्चों व महिलाओं को शिक्षित बनाने की दिशा में बबीता द्वारा किया जा रहा कार्य निश्चित तौर पर समाज के लिए प्रेरक है. जिले की इस बेटी की उपलब्धियों से जिलावासी फूले नहीं समा रहे हैं.
बबीता की महत्वपूर्ण उपलब्धियां
महिला एवं बाल कल्याण के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के क्षेत्र में बबीता ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं.
मानव संसाधन विकास विभाग पटना द्वारा मुख्यमंत्री अक्षर आंचल योजना अंतर्गत अभिवंचित बच्चों एवं असाक्षर महिलाओं को साक्षर बनाने व विकास योजनाओं से जोड़ने के लिए उन्हें प्रशंसा पत्र दिया गया.
राज्य संसाधन केंद्र आद्री के संयुक्त साक्षरता मंच द्वारा अक्षर बिहार की ओर से तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्वयंसेवक सम्मान से नवाजा.
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2011 में शिक्षक दिवस के अवसर पर विभाग ने प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया.
जन शिक्षा निदेशालय सह बिहार राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा प्रकाशित सपनों को लगे पंख में बबीता की जीवनी ‘अपवाद’ शीर्षक देकर सहेजी गयी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 22 मार्च, 2011 को बिहार दिवस के अवसर पर इस पुस्तक का विमोचन किया.
बिहार शताब्दी वर्ष पर शिक्षा विभाग द्वारा जारी पुस्तक ‘शतक के साक्षी’ में बबीता द्वारा लिखित तीन बुजुर्गों की जीवनी प्रकाशित हुई. बबीता का नाम सर्वश्रेष्ठ 20 लेखकीय टीम में शामिल किया गया. साथ ही दस हजार रुपये भी दिये गये.
शिक्षा का सर्वोच्च पुरस्कार मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा पुरस्कार उन्हें 11 नवंबर, 2014 को तत्कालीन शिक्षामंत्री वृषिण पटेल नि दिया. साथ ही दो लाख रुपये भी दिये गये.
उन्हें महिला सम्मान 2014 से सम्मानित किया गया. 14 मार्च, 2015 को वित्त मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने यह पुरस्कार उन्हें दिया. साथ में 20 हजार रुपये भी दिये गये.
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