तैयारी पूरी, मूल्यांकन आज से, परीक्षकों को कराया गया दायत्वि का बोध

तैयारी पूरी, मूल्यांकन आज से, परीक्षकों को कराया गया दायित्व का बोध सुपौल. बिहार बोर्ड परीक्षा समिति द्वारा स्थानीय सुपौल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को उत्तर पुस्तिका जांच केंद्र बनाया गया है, जहां नौ से 19 अप्रैल तक उत्तर पुस्तिका की जांच की जायेगी. शांतिपूर्ण माहौल में जांच कार्य संपन्न कराये जाने को लेकर शुक्रवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2016 12:00 AM

तैयारी पूरी, मूल्यांकन आज से, परीक्षकों को कराया गया दायित्व का बोध सुपौल. बिहार बोर्ड परीक्षा समिति द्वारा स्थानीय सुपौल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को उत्तर पुस्तिका जांच केंद्र बनाया गया है, जहां नौ से 19 अप्रैल तक उत्तर पुस्तिका की जांच की जायेगी. शांतिपूर्ण माहौल में जांच कार्य संपन्न कराये जाने को लेकर शुक्रवार को उक्त विद्यालय परिसर में मूल्यांकन निदेशक सह प्राचार्य की अध्यक्षता में परीक्षक व दंडाधिकारी के साथ बैठक हुई. मौके पर निदेशक ने कहा कि उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का कार्य पूर्वाह्न दस बजे से अपराह्न पांच बजे तक चलेगा. मूल्यांकन कार्य से आधा घंटा पूर्व ही सभी परीक्षक मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचेंगे.दस बजे के बाद किसी भी कर्मियों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी. साथ ही मूल्यांकन का कार्य प्रारंभ होने के साथ ही किसी भी परीक्षकों को बाहर जाने की अनुमति नहीं मिलेगी. मूल्यांकन के दौरान कर्मियों के लिए चाय-पानी आदि की व्यवस्था विद्यालय परिसर के भीतर ही उपलब्ध कराया गया है. एक लाख 13 हजार 660 कॉपी का होगा मूल्यांकन निदेशक ने बताया कि परीक्षा समिति द्वारा बनाये गये मूल्यांकन केंद्र पर एक लाख 13 हजार 660 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करायी जायेगी. बोर्ड द्वारा नियमानुकूल जांच कार्य कराये जाने को लेकर विषयवार 32 प्रधान परीक्षक व 216 सहायक परीक्षक की प्रतिनियुक्ति की गयी है. एक परीक्षक सौ अंक के 30 से 35 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेंगे. साथ ही 80 अंकों के प्रश्नों की उत्तर पुस्तिकाओं को प्रतिदिन एक परीक्षक द्वारा 35 से 40 कॉपी का मूल्यांकन करेंगे. बैठक में प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी विनोद कुमार सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव सुरेंद्र प्रसाद यादव, हीरानाथ मिश्र, सत्य नारायण यादव, प्रमोद चौधरी, कृष्ण कांत झा, विश्वजीत कुमार सहित सभी प्रधान व सहायक परीक्षक उपस्थित थे.मूल्यांकन केंद्र पर किया गया विशेष व्यवस्था मूल्यांकन का कार्य डीएम या फिर उनके द्वारा प्रतिनियुक्त पदाधिकारी की देखरेख में संपन्न कराया जायेगा. मूल्यांकन केंद्र सहित परिसरों को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया गया है. साथ ही परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्रों पर मोबाइल के उपयोग सहित केंद्र पर लाने की भी मनाही की गयी है. साथ ही परीक्षकों को अपने दायित्व का भी बोध कराया गया. परीक्षकों को यह भी हिदायत दी गयी कि मूल्यांकन के दौरान सतर्कता बरतने की भी आवश्यकता है. ताकि किसी परीक्षार्थी के प्राप्तांक में किसी प्रकार की गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित परीक्षकों को परीक्षा अधिनियम 1981 के तहत समुचित कार्रवाई का भी सामना करना पड़ेगा.

Next Article

Exit mobile version