कोसी की धरोहर है भगैत लोक गाथा
सुपौल : भगैत लोक गाथा एक कला के रूप में समाज के बीच अलग ही दुनिया बसाता है़ जिस दुनिया में गांव-घर के लोग आनंद व सुख की तलाश करते है़ साथ ही दुख के बादल छट जाने की प्रार्थना की जाती है़ यह बातें लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने […]
सुपौल : भगैत लोक गाथा एक कला के रूप में समाज के बीच अलग ही दुनिया बसाता है़ जिस दुनिया में गांव-घर के लोग आनंद व सुख की तलाश करते है़ साथ ही दुख के बादल छट जाने की प्रार्थना की जाती है़ यह बातें लोहिया यूथ ब्रिगेड के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने सदर प्रखंड अंतर्गत चौघारा में आयोजित कोसी प्रमंडलीय भगैत महा सम्मेलन सह विष्णु यज्ञ के दूसरे दिन समारोह को संबोधित करते हुए कही़ डॉ कुमार ने कहा कि भगैत में धर्मराज, कारू खिड़हरी, खेदन महाराज जैसे हिंदू पात्रों के साथ मुस्लिम समुदाय के मीरा साहेब प्रमुख पात्र है़ भगैत ठेठ मैथिली मे गाया जाता है़
डॉ कुमार ने भगैत को सांप्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बताया़ उन्होंने भगैत गायन को कोसी के मांटी की खुशबू बताते इसे संरक्षित रखने पर जोर दिया़ कहा कि इस लोक गाथा में गीत के संग-संग कथा की बातें भी श्रोताओं को बतायी जाती है़ दल के मुखिया को मुलगैन या मूल गायक कहा जाता है़
उन्होंने भगैत गायन को कोसी व मिथिलांचल की धरोहर बताते हुये इसे संरक्षित करने की आवश्यकता जतायी़ दो दिवसीय भगैत महासम्मेलन को सफल बनाने में संत जय नारायण यादव, सभापति धिनाय यादव, परमेश्वरी यादव, भुवनेश्वर यादव, योगेंद्र यादव, गजेंद्र प्रसाद यादव, यदुनंदन यादव, खटर यादव, फुलेंद्र यादव, पंडित शोभी दास, मूर्तिकार रमेश यादव, मालाधारी बाबूजी यादव, अशोक यादव, संजय साह, राजेंद्र मेहता, सत्य नारायण यादव आदि ने सराहनीय योगदान दें रहें हैं.