सुपौल : गुरू गोविंद दोनों खड़े, काके लागू पांव… यह उक्ति अपने आप में यह साबित करती है कि समाज में गुरू व शिक्षक का दर्जा ईश्वर के समान है. यह बातें विधान परिषद के उप सभापति मो हारून रशीद ने शनिवार को स्थानीय आरएसएम पब्लिक स्कूल परिसर में आयोजित दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण व उनमुखी करण कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर कही. श्री रशीद ने कहा कि समाज व राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है.
शिक्षा के साथ ही बच्चों के व्यक्तित्व, चरित्र व आत्म बल निर्माण में वे सराहनीय योगदान देते हैं. कहा कि समय के साथ शिक्षा की पद्धति में भी काफी बदलाव आया है. लिहाजा इस प्रकार की कार्यशाला शिक्षकों के लिये लाभकारी सिद्ध होगी. उन्होंने आरएसएम पब्लिक स्कूल की उपलब्धियों पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि 22 वर्ष पहले इस विद्यालय की नींव रखी गयी थी. आज यह कोसी क्षेत्र के सर्वोत्तम स्कूलों में शुमार है.
जिसके लिये स्थानीय विधायक व बिहार सरकार के काबिना मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव के सहयोग की जितनी तारीफ की जाये, कम है. जिला पदाधिकारी बैद्यनाथ यादव ने भी समाज के विकास में शिक्षकों के योगदान की सराहना की. कार्यक्रम के प्रारंभ में आगत अतिथियों का स्वागत मेला सचिव युगल किशोर अग्रवाल द्वारा किया गया. जबकि धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्राचार्य डॉ वीसी मिश्रा ने किया. कार्यक्रम का संचालन मो बदीउज्जमा ने किया. इस अवसर पर मेला कमेटी के पूर्व सचिव हेमकांत झा, नागेंद्र नारायण ठाकुर, शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय सहरसा के प्राचार्य डॉ आरजे सिंह, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ एसएस सिंह, प्रो डॉ अवधेश कुमार सिंह आिद मौजूद थे.