बिहार के सुपौल में शिक्षक बना हैवान, छह साल के मासूम को जंजीरों में जकड़ कर पीटा
पटना / सुपौल : बिहार के सुपौल जिले में एक निजी विद्यालय के प्रिंसिपल के हैवान बन जाने की सनसनीखेज घटना सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक जिले के निर्मली पंचायत के हंस वाहिनी विद्यासागर विद्यालय के प्रिंसिपल ने छह साल के मासूम बच्चे पर ऐसा जुल्म ढाया है जिसे सुनकर बड़े-बड़ों की रुह कांप […]
पटना / सुपौल : बिहार के सुपौल जिले में एक निजी विद्यालय के प्रिंसिपल के हैवान बन जाने की सनसनीखेज घटना सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक जिले के निर्मली पंचायत के हंस वाहिनी विद्यासागर विद्यालय के प्रिंसिपल ने छह साल के मासूम बच्चे पर ऐसा जुल्म ढाया है जिसे सुनकर बड़े-बड़ों की रुह कांप जाये. प्रिंसिपल ने राजीव रंजन नाम के बच्चे के पैरों में लोहे की जंजीर बांध कर उसमें ताले जड़ दिये थे. इतना ही नहीं बच्चे को डंडे से पीटा भी गया. गुरुवार की सुबह से लेकर शाम तक बच्चा भूखे-प्यासे स्कूल में तड़पता रहा. मडिया रिपोर्टस के मुताबिक बताया जा रहा है कि 16 घंटे तक बच्चे ने जो यातना सही है उसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे.
किताब लेकर बाहर जाना चाहता था बच्चा
राजीव रंजन का कसूर सिर्फ इतना था कि वह अपना किताबों सहित बैग लेकर बाहर जाना चाहता था. प्रिंसिपल को शायद यह नागवार गुजरा हो. प्रिंसिपल ने हैवानियत की सारी सीमा पार करते हुए उसे 16 घंटों तक जंजीरों में बांधे रखा और पिटायी की. राजीव को बंद कमरे में रखा गया जहां वह घंटों रोता रहा. किसी शिक्षक ने उस पर रहम नहीं की.
पिटायी से हुआ बेहोश
सुबह से शाम तक जंजीरों में बंधा राजीव रंजन जब शाम के छह बजे प्रार्थना की घंटी सुना तो वह होश में आया. किसी तरह उसने हिम्मत कर सरकते-सरकते वहां से आधे किलोमीटर की दूरी तय कर अपने परिजनों के पास पहुंचा. राजीव रंजन अपनी बड़ी मां गायत्री प्रकाश जो जिला परिषद उपाध्यक्ष हैं उनके घर पहुंचा तो वहां उसकी हालत देखकर लोगों ने दातों तले उंगली दबा ली. परिजनों ने तुरंत स्कूल के निदेशक राम प्रकाश साह को बुलाया. निदेशक ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की लेकिन राजीव रंजन के परिजनों ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करायी है.