आरोपित 12 दिनों के बाद भी पकड़ से बाहर

अपहरण के बाद सात वर्षीय स्कूली छात्र की हुई थी हत्या वीरपुर : 12 दिन बीतने के बाद भी बीरपुर थाना क्षेत्र के चीलमिलीया गांव से अपहरण के बाद सात वर्षीय स्कूली छात्र की हत्या के सिलसिले में पुलिस की जांच सिर्फ ढकोसला साबित हुई है. उक्त मामले में पुलिस के द्वारा ना तो किसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2016 6:17 AM

अपहरण के बाद सात वर्षीय स्कूली छात्र की हुई थी हत्या

वीरपुर : 12 दिन बीतने के बाद भी बीरपुर थाना क्षेत्र के चीलमिलीया गांव से अपहरण के बाद सात वर्षीय स्कूली छात्र की हत्या के सिलसिले में पुलिस की जांच सिर्फ ढकोसला साबित हुई है. उक्त मामले में पुलिस के द्वारा ना तो किसी की गिरफ्तारी हुई है और ना ही किसी संदिग्ध का नाम बताने की हालत में वीरपुर पुलिस है. ज्ञात हो कि 12 सितंबर की शाम में ही चिलमीलिया निवासी मोहम्मद ओवैदुल्लाह के सात वर्षीय पुत्र को गायब कर दिया गया. 13 सितंबर को उनके संबंधियों द्वारा बीरपुर थाने को सूचना दी गई.
लेकिन अधिकारियों ने ना तो मामला दर्ज करना सही समझा और ना ही इसे गंभीरता से ही लिया. 18 सितंबर की सुबह मजदूरों ने पशुओं के लिए खेत में चारा लाने गये थे उसी दौरान एक सिर कटी लाश देखी तो पूरे गांव में यह बात जंगल की आग की तरह फैल गई. पुलिस ने भनक लगते ही वे तत्परता दिखाते हुए लाश को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भेज दिया. जहां चिकित्सकों ने पांच दिन पुराने सिर कटी लाश का पोस्टमार्टम करने से यह कह कर मना कर दिया कि इस लाश का पोस्टमार्टम अब भागलपुर में ही संभव है. जिसके बाद लाश को भागलपुर भेजना पड़ा .
मृतक के मजदूर पिता के लिए यह और भी परेशानी करने वाली बात थी कि एक ओर उसके पुत्र की इतनी निर्मम तरीके से हत्या की गई है और वहीं दूसरी ओर लाश को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजना होगा. वीरपुर थाने के नए थानाध्यक्ष सुरेश कुमार राम से जब यह पूछा गया कि इस हत्या में किसका हाथ है तो उन्होंने पुलिस की जांच प्रक्रिया का हवाला देते हुए फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. शुरुआती दौर से ही यह मामला उठाया जा रहा है कि मृतक के लाश के निकट जब शल्य चिकित्सक के प्रयोग में आने वाला ग्लब्स भी मिला तो किडनी रैकेट की संलिप्तता को लेकर भी पुलिस को अपनी जांच करनी चाहिए थी. लेकिन थानाध्यक्ष द्वारा अब तक कुछ भी खुलासा नहीं किए जाने के बाद आम लोगों के बीच संशय की स्थिति बनी हुई है. ग्रामीणों ने मांग की है कि जिले के पुलिस अधीक्षक को इस हत्याकांड को लेकर गंभीर होने की आवश्यकता है.

Next Article

Exit mobile version