सड़क हादसे में व्यवसायी की मौत

दुखद. कोसी कॉलोनी स्थित मवेशी अस्पताल के पास घटी घटना व्यवसायी लतीफ स्कूटी से शहर की ओर आ रहे थे. इसी बीच ऑटो ने स्कूटी में ठोकर मार दी, जिससे व्यवसायी सड़क पर गिर गये और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. सुपौल : सुपौल-सहरसा मुख्य पथ पर कोसी कॉलोनी स्थित मवेशी अस्पताल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 5, 2016 3:51 AM

दुखद. कोसी कॉलोनी स्थित मवेशी अस्पताल के पास घटी घटना

व्यवसायी लतीफ स्कूटी से शहर की ओर आ रहे थे. इसी बीच ऑटो ने स्कूटी में ठोकर मार दी, जिससे व्यवसायी सड़क पर गिर गये और मौके पर ही उनकी मौत हो गयी.
सुपौल : सुपौल-सहरसा मुख्य पथ पर कोसी कॉलोनी स्थित मवेशी अस्पताल के समीप मंगलवार की दोपहर सड़क दुर्घटना में बोरा व्यवसायी मो लतीफ उर्फ ललित की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार लतीफ स्कूटी से शहर की ओर आ रहे थे. इसी बीच ऑटो ने स्कूटी में ठोकर मार दिया, जिससे व्यवसायी सड़क पर गिर गये. मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही पहुंचे सदर थानाध्यक्ष राम इकबाल यादव ने शव को सदर अस्पताल भेजवाया. वहीं घटना के बाद पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया. घटना की जानकारी व्यवसायी के शव को देखने के लिए सदर अस्पताल में लोगों में भीड़ उमड़ी पड़ी.
जानकारी के अनुसार शहर के नौ आना कचहरी रोड निवासी बोरा के थोक विक्रेता मो लतीफ मंगलवार को व्यवसाय के सिलसिले में कर्णपुर की ओर गये हुए थे. लौटने के क्रम में कोसी ऑटो ने व्यवसायी के स्कूटी में ठोकर मार दिया, जिससे उनकी मौत हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ऑटो पर एक दर्जन से अधिक यात्री सवार थे. घटना के बाद चालक भागने लगा. भागने के क्रम में स्थानीय लोगों के सहयोग से चालक को पकड़ लिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है. पुलिस इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई कर रही है.
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते थानाध्यक्ष व विलाप करते परिजन.
हमर दुनिया काहे उजाड़ देलहू
हौ अल्लाह हम तै केकरो बुरा नै करलियै, फेर हमर दुनिया काहे उजाड़ देलहू. यह करुण वेदना मृत व्यवसायी लतीफ की पत्नी मेमुन खातून की है. जिसे सुन कर सदर अस्पताल में उपस्थित सभी लोगों की आंखें नम हो रही थी. मेमुन की स्थिति और उसके विलाप को देख कर आम लोगों के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों को भी झकझोर रहा था. मेमुन बार-बार खुदा के इस कहर पर सवाल उठा रही थी. दर्जनों लोग मेमुन को दिलासा दे रहे थे, लेकिन वह इन सबसे बेखबर अपने पति की एक झलक पाने को बेताब थी, लेकिन शव की स्थिति को देखते हुए लोगों ने मेमुन को अपने जीवनसाथी के शव तक पहुंचने नहीं दे रहे थे. व्यवसायी की पुत्री सलीमा खातून अपने पिता के शव के पास ही बैठ कर रो रही थी.
मेहनत के बूते लतीफ ने बनायी थी पहचान
बोरा के थोक व्यवसायी मो लतीफ शहर के नये व युवा व्यवसायियों के लिए एक मिसाल थे. ठेला चालक के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले मो लतीफ महज कुछ वर्ष में ही अपने मेहनत और व्यवहार कुशलता के बूते एक प्रतिष्ठित व्यापारी के रूप में शहर में उभरे थे. इस व्यवसाय से जुड़ कर उन्होंने न केवल अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत की बल्कि बच्चों को बेहतर शिक्षा और समाज में प्रतिष्ठा भी अर्जित किया.
नौ आना कचहरी रोड में फूस के एक घर में व्यवसाय करने वाले मो लतीफ की लोकप्रियता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंगलवार को घटना की सूचना मिलते ही इस रोड की सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद हो गयी और सभी शोकाकुल व्यवसायी एकजुट होकर सदर अस्पताल पहुंच गये. नौ आना कचहरी रोड के व्यवसायी मनोज कुमार, बम साह, मो इद्रीश, मो जमालउद्दीन, मो शमीम, मो नुरूल्लाह, राजू मास्टर, मो जाहिद आदि ने बताया कि मो लतीफ हर समय व्यवसायियों की मदद के लिए तैयार रहते थे.
…तो बच सकती थी लतीफ की जान
मो लतीफ की मौत के बाद लोगों के जेहन में यह बात कौंध रही थी कि यदि मो लतीफ ने सावधानी दिखाते हुए हेलमेट का उपयोग किया होता तो शायद आज उनकी जान बच सकती थी. घटना स्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ऑटो से ठोकर लगने के बाद मो लतीफ स्कूटी सहित सड़क पर सिर के बल गिरे. हेलमेट नहीं रहने के कारण सड़क पर गिरते ही उनके सिर में गहरी चोट लगी और कुछ क्षण बाद ही उनकी मौत हो गयी. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के पहल की सराहना की जा रही थी. ज्ञात हो कि सुपौल पुलिस विगत कुछ दिनों से सड़क हादसे के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से बाइक चालकों को हेलमेट के उपयोग की सलाह दे रही है.

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