बदहाल है विद्यालय अव्यवस्था . तीन कक्ष में पढ़ते हैं 1700 छात्र
लाखों रुपये का प्रैक्टिकल, लाइब्रेरी, खेल कूद आदि का सामग्रियों को दीमक चाट रहा है ़ करजाइन : एक ओर सरकार जहां पंचायत स्तर पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की कवायद जारी रखा है. वही दूसरी ओर जनता बच्चा महतो अनूप उच्च […]
लाखों रुपये का प्रैक्टिकल, लाइब्रेरी, खेल कूद आदि का सामग्रियों को दीमक चाट रहा है ़
करजाइन : एक ओर सरकार जहां पंचायत स्तर पर बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की कवायद जारी रखा है. वही दूसरी ओर जनता बच्चा महतो अनूप उच्च विद्यालय करजाइन जर्जर भवन व अपनी बदहाली का आंसू बहा रहा है.
आलम है कि विद्यालय में नामांकित हजारों बच्चे जर्जर भवन में पढ़ने को विवश है. वहीं विद्यालय के लाखों रुपये का प्रैक्टिकल, लाइब्रेरी, खेल कूद आदि का सामग्रियों को दीमक चाट रहा है. इससे छात्र-छात्राओं को पठन -पाठन से लेकर खेलकूद आदि में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार प्रखंड के उक्त विद्यालय में लगभग 1700 छात्र-छात्राएं नामांकित है. जिनके बैठने की समुचित वर्ग कक्ष भी नहीं है.
जर्जर भवन में पठन-पाठन
गौरतलब है कि उक्त विद्यालय को 10 कमरे का भवन उपलब्ध है, लेकिन इसमें से चार कमरे के ऊपर चदरा बिछाया गया, जो जर्जर स्थिति में है. जर्जर कमरे में हल्की बारिश होने पर भी कमरे के भीतर पानी टपकता रहता है. इस कारण छात्र-छात्रा उक्त वर्ग कक्ष में बैठने से कतराते रहते हैं. वर्ग कक्ष के अभाव में विद्यालय प्रबंधन द्वारा तीन कमरे में 17 सौ छात्र छात्राओं के लिए 24 सेक्शन में बांट कर शैक्षणिक कार्य करवाया जा रहा है, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है.
इस बावत प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह ने बताया की विद्यालय में कमरा के कमी के लिखित सूचना कई बार विभाग को दी गयी. बावजूद इस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो पायी.