मशरफ की मौत पर उठे कई सवाल
सुपौल : मशरफ की मौत के मामले में छातापुर पीएचसी, छातापुर पुलिस और सदर अस्पताल प्रशासन की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर छातापुर पीएचसी के चिकित्सक ने जब अज्ञात घोषित जख्मी मशरथ को सदर अस्पताल रेफर किया तो उन्होंने सदर अस्पताल प्रशासन से उपचार की व्यवस्था के […]
सुपौल : मशरफ की मौत के मामले में छातापुर पीएचसी, छातापुर पुलिस और सदर अस्पताल प्रशासन की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर छातापुर पीएचसी के चिकित्सक ने जब अज्ञात घोषित जख्मी मशरथ को सदर अस्पताल रेफर किया तो उन्होंने सदर अस्पताल प्रशासन से उपचार की व्यवस्था के संबंध में क्यों नहीं बात की. वहीं छातापुर थानाध्यक्ष ने अज्ञात घोषित मशरफ को पुलिस अभिरक्षा में उपचार के लिए क्यों नहीं भेजा.
स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर अज्ञात मशरफ के साथ कोई चौकीदार भी होता तो उसका समुचित उपचार हो सकता था. वहीं सबसे बड़ा और अहम सवाल यह है कि 22 लाख की आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने वाला सदर अस्पताल प्रबंधन के पास जख्मी के उपचार की क्या कोई सुविधा नहीं थी.आखिर मशरथ को रोगी कल्याण समिति के मद से राशि खर्च कर बड़े अस्पताल में उपचार के लिए क्यों नहीं रेफर किया गया.