शाखा प्रबंधक के उदासीन रवैये के कारण सड़क जाम

एसएच 91 पर जाम लगा कर प्रदर्शन करते ग्राहक. छातापुर : एसबीआइ शाखा छातापुर के प्रबंधन पर गलत रवैया अपनाने का आरोप लगाते आक्रोशित दर्जनों ग्राहकों ने मुख्य सड़क को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. मुख्यालय स्थित उक्त शाखा के सामने स्थित एसएच 91 पर कुछ देर के लिए जाम लगा कर प्रदर्शन कर रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2016 1:22 AM

एसएच 91 पर जाम लगा कर प्रदर्शन करते ग्राहक.

छातापुर : एसबीआइ शाखा छातापुर के प्रबंधन पर गलत रवैया अपनाने का आरोप लगाते आक्रोशित दर्जनों ग्राहकों ने मुख्य सड़क को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. मुख्यालय स्थित उक्त शाखा के सामने स्थित एसएच 91 पर कुछ देर के लिए जाम लगा कर प्रदर्शन कर रहे लोग शाखा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार मिश्र सदल बल मौके पर पहुंचे और ग्राहकों को समझा बुझा कर जाम को हटाया. ग्राहकों ने थानाध्यक्ष को अपनी परेशानियों से अवगत कराते कहा कि अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए वे सुबह आठ बजे ही बैंक शाखा पहुंचे हैं. बताया कि बैंक प्रबंधन द्वारा शाखा के मुख्य शटर को बंद कर दिया. साथ ही ग्राहकों को बैंक कर्मियों ने खिड़की के सामने खुले आसमा के नीचे कतारबद्ध होने को कहा. कतार में घंटों खड़ा रहने के बावजूद बैंक द्वारा ना ही परची बांटी गई और ना ही जमा निकासी का कार्य किया जा रहा है.
बताया कि बैंक शाखा द्वारा परची उपलब्ध नहीं कराये जाने के कारण कई ग्राहक समीप स्थित बाजार से 50 से लेकर सौ रुपये खर्च कर जमा परची का खरीद किया है. थानाध्यक्ष ने कहा कि ग्राहकों को जमा निकासी में असुविधा ना हो इसके लिए वे शाखा प्रबंधन से बात करेंगे. साथ ही कहा कि परची बेचे जाने की शिकायत तुरंत ही पुलिस से करें. ताकि इसमें संलिप्त लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सके, गौरतलब है कि पांच सौ व एक हजार के नोटों को अमान्य घोषित किये जाने के बाद लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल व्याप्त है.
आमलोग बड़े रुपये के रूप में नकदी रहने के बावजूद खेती कार्य, शादी विवाह, चिकित्सीय कार्य सहित अपनी छोटी छोटी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ हो गये है. बड़े नोट अमान्य होने के बाद कोई भी व्यवसायी बड़े नोट लेने को तैयार नहीं है. पांच सौ व हजार रुपये के नोट जमा करने या बदलने के लिए इन दिनों बैंक शाखाओं में सुबह से लेकर रात्रि काल तक लोगों की भीड़ लगी रहती है.
आमलोगों की परेशानियों को देखते हुए आरबीआई ने जमा व निकासी के लिए कई निर्देश जारी किया है. लेकिन पर्याप्त संसाधन व कर्मी के अभाव में बैंक शाखाएं आम लोगो के लिए असुविधा जनक बना हुआ है. जिस कारण लोगों के बीच बैंक शाखाओं के खिलाफ आक्रोश का भाव पनप रहा है.
कहते हैं शाखा प्रबंधक
एसबीआई के शाखा प्रबंधक लालबाबू चौधरी ने बताया कि उपलब्ध संसाधन व कर्मियों के बल पर भीड़ को बैंकिंग का लाभ दिया जा रहा है. शाखा में बढ़ते भीड़ तथा असामाजिक तत्वों के प्रवेश को रोकने के लिए मुख्य शटर को बंद किया गया था. जिसे बाद में खोल दिया गया. सड़क जाम व बाजार में जमापर्ची की बिक्री के सवाल पर उन्होंने अनभिज्ञता प्रकट की.

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