स्कूल के कमरे में बंद कर िकया गैंग रेप, काटे बाल, फिर करायी शादी

शंकरपुर (मधेपुरा) : एक महिला के साथ कुछ दबंग लोगों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. घटना जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र की रामपुर लाही पंचायत की है. पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस को जो बताया है, वह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 1, 2016 6:20 AM

शंकरपुर (मधेपुरा) : एक महिला के साथ कुछ दबंग लोगों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. घटना जिले के शंकरपुर थाना क्षेत्र की रामपुर लाही पंचायत की है. पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस को जो बताया है, वह किसी सभ्य समाज के ऊपर तमाचा है. पीड़िता ने बताया कि छह अक्तूबर को सरपंच पति के साथ कुछ लोगों ने जबरन शादी कराने के लिए मारपीट कर स्कूल के कमरे में बंद कर दिया. रात भर हरेक तरह से प्रताड़ित करते रहे. सुबह बाल काट कर मुंह पर कालिख पोत जूते-चप्पल की माला पहना कर ढोल-नगारे के साथ गांव में घुमाया. इसके बाद पंचायत बैठा कर एकपक्षीय फैसला सुनाया गया और एक संबंधी से मेरी दूसरी बार शादी करवा दी.

54 दिनों तक सोयी रही पुलिस
छह अक्तूबर को एक युवक व युवती के साथ सरपंच पति व गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा दोनों के साथ मारपीट की गयी. फिर दोनों का बाल मुंडवा कर
स्कूल के कमरे…
चेहरा पर कालिख-चुना पोत कर गाजे-बाजे के साथ पूरे गांव में घुमाया गया. इसकी जानकारी स्थानीय थाना को भी दी गयी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया.
जबरन शादी कराने का बनाया दबाव
मंगलवार को रामपुर लाही से पीड़िता और उनके नाना को पुलिस अभिरक्षा में थाना लाया गया. पीड़िता ने महिला थाने में दिये फर्द बयान में कहा है कि उनकी उम्र 17 वर्ष है और में सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के शिवनगर की रहने वाली हूं. बचपन से ही अपने नाना के घर रामपुर लाही में रहती हूं. बीते दुर्गा पूजा के नवमी के दिन शाम में लगभग छह बजे चचेरे भाई के साथ
उनके साले भी मेरे नाना के घर मेला घूमने आये थे. उसी समय सरपंच पति अरविंद यादव, मंटुन यादव , नुनुलाल यादव अन्य कुछ लोगों के साथ मेरे नानी के घर आये और मारपीट करते हुए एक व्यक्ति के साथ गलत संबंध होने का आरोप लगाते हुए जबरन शादी करने का दबाव बनाने लगे.
स्कूल के कमरे बंद कर किया गैंग रेप
महिला ने कहा कि मैं पहले से शादीशुदा हूं. इस पर सरपंच पति अपने लोगों के साथ घर में घुस कर चार हजार रुपया निकलते हुए भाई के साले की जेब से 7 हजार रुपये निकाल लिये और मेरी नानी और मेरे चचेरे भाई और उनके साले को एक स्कूल के कमरे में एक साथ बंद कर दिया. मुझे अलग कमरे में बंद कर मेरे रात भर जानवरों की तरह व्यवहार किया.
पीड़िता ने कहा कि सुबह में मुझे व भाई के साले का सिर मुंडवा कर मुंह में कालिख-चूना पोत कर पूरे गांव में घुमाया गया और मेरे घर के लोगों को भी बुलाया गया. इसके बाद पंचायत बैठ कर फैसला लिया गया कि दोनों की शादी करा दी जाये. इस पर मेरे नानी के आंगन में ही हम दोनों की जबरन शादी करा दी गयी और सरपंच पति ने कहा कि इसको लेकर दिल्ली-पंजाब चले जाओ. दोबारा नजर आये, तो जान से मार देंगे. धमकी देते हुए हम दोनों को सरपंच पति के द्वारा त्रिवेणीगंज ले जाकर छोड़ दिया गया.
पंचायत में सुनाया
गया फरमान
सरपंच पति पर
है आरोप
सुपौल की रहनेवाली है पीड़िता
आरोपित दे रहे जान मारने की धमकी
दिल्ली में स्टेशन पर छोड़ भागा लड़का
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि डरे सहमे हमलोग घर जाने के बजाय पूर्णिया होते हुए भागलपुर चले गये और दूसरे दिन भागलपुर से पटना चले गये. पटना से दिल्ली के लिए ट्रेन से निकल गये. दिल्ली स्टेशन पर कुछ सामान लेकर आने की बात कह कर भाई का साला चला गया, लेकिन लौट कर नहीं आया. तब मैं स्टेशन पर ही रोने लगी तो स्टेशन पर तैनात महिला पुलिस ने अपने सुरक्षा में लेकर अपने ऑफिस लेकर गयी. वहां से मेरे पिता जी से दूरभाष पर बात करवाया गया और मैं दिल्ली में ही रह रहे फुफेरे भाई के पास चली गयी. जिसके साथ मैं 10 दिनों तक दिल्ली में ही रही और पुनः घर आयी. मेरी नानी के बुलाने पर पुनः अपने नानी के घर तीन-चार दिन पहले पहुंची तो वे सभी लोग मुझे जान से मारने के लिए खोजने लगे. इसकी सूचना तत्काल स्थानीय थाना शंकरपुर को दी थी.

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