समारोह स्थलों पर मुस्तैद रहेगी पुलिस
चौकसी. गणतंत्र दिवस समारोह पर आतंकी खतरा, एसएसबी व पुलिस अलर्ट 70वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस समारोह आतंकी निशाने पर है. इसके कारण भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों को हाइ अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही जिले की पुलिस भी मुस्तैदी […]
चौकसी. गणतंत्र दिवस समारोह पर आतंकी खतरा, एसएसबी व पुलिस अलर्ट
70वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस समारोह आतंकी निशाने पर है. इसके कारण भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों को हाइ अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही जिले की पुलिस भी मुस्तैदी बरत रही है.
सुपौल : 26 जनवरी को देश 70वां गणतंत्र दिवस मनायेगा. जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गयी है. लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस समारोह आतंकी निशाने पर है. जिसके कारण भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही जिले की पुलिस भी मुस्तैदी बरत रही है.
यही कारण है कि समारोह को लेकर सुरक्षा संबंधी हर बिंदु का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. दरअसल भारतीय खुफिया एजेंसी तथा आइबी ने केंद्र सरकार को गणतंत्र दिवस समारोह पर आतंकी खतरे की संभावना जतायी है. जिसमें स्पष्ट किया गया है कि गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान भीड़ वाले किसी भी इलाके को आतंकी अपना निशाना बना सकते हैं. यहां दिलचस्प यह है कि सुपौल जिले का अधिकांश हिस्सा नेपाल सीमा से सटा हुआ है. जहां से आतंकियों के घुसपैठ की संभावना है. यही कारण है कि सीमा पर तैनात एसएसबी जवानों द्वारा भारतीय प्रभाग में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति व वाहन की बारिकी से जांच की जा रही है. वहीं पुलिस ने भी सरकार के निर्देश के आलोक में अपने खुफिया सूत्रों को अलर्ट जारी कर दिया है.
प्रशासन ने जारी किया आदेश : साधारण तौर पर जिले का मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह जिला मुख्यालय के गांधी मैदान में ही आयोजित होता है, जो इस बार भी होगा. लेकिन इस बार का समारोह इस मायने में खास होगा कि समारोह के दौरान जिला पुलिस के जवान पूरी तरह मुस्तैद नजर आयेंगे. जिले के प्रभारी मंत्री सह अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अब्दुल गफूर मुख्य समारोह में झंडोत्तोलन करेंगे. जहां जिले के तमाम वरीय अधिकारी सहित हजारों की भीड़ भी मौजूद रहेगी. यही कारण है कि आइबी के अलर्ट के बाद पुलिस सुरक्षा मानकों में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार एकले द्वारा इस बावत निर्देश जारी किया गया है. जिसमें गांधी मैदान के सभी मुख्य द्वारों पर मेटल डिटेक्टर मशीन लगाने को कहा गया है. साथ ही गांधी मैदान में बने हर छोटे-बड़े गड्ढे की जांच बम निरोधक दस्ता द्वारा किया जाना है. दरअसल पुलिस को संदेह है कि भीड़ का लाभ उठा कर आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. लिहाजा समारोह में आने-जाने वाले हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित करने के लिये भी कहा गया है.
सीमा पर दिखने लगा है अलर्ट का असर
आइबी रिपोर्ट के अनुसार चीन व पाकिस्तान से आतंकी नेपाल के रास्ते भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकते हैं. जबकि सुपौल जिले का अधिकतर हिस्सा नेपाल सीमा से सटा हुआ है. यही कारण है कि भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान अभी से मुस्तैदी बरतने लगे हैं. सीमा पर हर उस व्यक्ति व वाहन की जांच सुनिश्चित की जा रही है, जो नेपाल से भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहा है. इसके अलावा एसएसबी जवानों ने सीमा पर रात्रि गश्ती भी तेज कर दी है. जवान यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि कोई भी आतंकी भारतीय सीमा में प्रवेश ना कर सके. इसके तहत संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ भी की जा रही है. संभावना है कि आतंकी महिला के रूप में भी भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकते हैं. लिहाजा महिलाओं की विशेष जांच के लिये एसएसबी की महिला जवान सक्रियता से जुटी हुई है. विशेष तौर पर एसएसबी की पूर्णिया रेंज डीआइजी सुलेखा दास के निरीक्षण के बाद जवान सहित एसएसबी अधिकारी भी अब सीमा पर सक्रिय हो चुके हैं.
गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. जिसके आलोक में सभी आवश्यक एहतियात कदम उठाये जा रहे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस हर संभव कार्रवाई सुनिश्चित कर रही है. आतंकियों से निबटने के लिये हम पूरी तरह तैयार हैं.
डॉ कुमार एकले, पुलिस अधीक्षक सुपौल
आतंकी घटनाओं को लेकर आइबी की ओर से अलर्ट जारी किया गया है जिसके आलोक में सीमा पर सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा नियमित अभ्यास भी किये जा रहे हैं. रात्रि गश्ती भी तेज कर दी गयी है. यह जांच व गश्ती 27 जनवरी तक निरंतर जारी रहेगी.
रामावतार भलोठिया, कमांडेंट एसएसबी 45वीं बटालियन