सुपौल : केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर दो सौ प्रतिशत बन कर रहेगा. वो भी मुसलमान भाइयों के सहयोग से. समय के साथ हमारा धर्म जरूर बदला है, लेकिन हमारे पूर्वज एक थे. हिंदू और मुसलमान दोनों का डीएनए एक है.
केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने उक्त बातें मुख्यालय स्थित अतिथि गृह में संवाददाताओं से बातचीत में शनिवार को कही. उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का मामला न्यायालय में लंबित है. मुझे विश्वास है कि न्यायालय भी जन भावना का सम्मान अवश्य करेंगे. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राम मंदिर भारत में नहीं बनेगा तो क्या पाकिस्तान व बांग्लादेश में बनेगा.
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने ‘माल महाराज का मिरजा खेले होली’ लोकोक्ति का उदाहरण देते हुए कहा बिहार सरकार केंद्र प्रायोजित योजना पर अपना पीठ थपथपा रही है. यानी पैसा केंद्र का और नाम राज्य सरकार का. उन्होंने कहा कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को राज्य के विकास से ज्यादा राजनीतिक रोटी सेंकने पर ध्यान है. बिहार के विकास के लिए सरकार के पास कोई रोड मैप नहीं है. यही कारण है कि 31 मार्च 2017 तक केंद्र सरकार द्वारा बिहार विकास मद के लिए जो भी राशि आवंटित करायी गयी थी, उसका 50 प्रतिशत भी राज्य सरकार द्वारा खर्च नहीं किया जा सका है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि आज की तारीख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अन्य पार्टियां इतनी भयभीत है कि कोई भी पार्टी अकेला उनका मुकाबला करने का जहमत नहीं उठा रही है. यही कारण है कि आज पार्टियां महागंठबंधन बना रही है. उन्होंने कहा कि आज बिहार की हालत 24 घंटे में 24 अपराध की स्थिति बन गयी है. जहां हर घंटे हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे अन्य आपराधिक घटनाएं घटित होती है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने लालू-नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में बड़े और छोटे भाई की सरकार में आपराधिक घटनाओं में बेतहासा वृद्धि हुई है. इस कारण बिहार में जंगलराज-2 की स्थिति बन गयी है. श्री सिंह ने कहा कि नीतीश व लालू को बिहार के विकास से कोई वास्ता नहीं है. वास्ता रहता तो दोनों भाइयों ने बिहार में 26 साल शासन किया है.
गिरिराज सिंह ने जापान का हवाला देते हुए कहा कि छह व नौ अगस्त 1945 को अमेरिका द्वारा हिरोसीमा व नागासाही में परमाणु बम गिराये गये थे. लेकिन जज्बा और जुनून से जापान ने पुन: विश्व के मानचित्र पर अपने आप को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा किया. इससे ज्यादा समय तक राज्य की गद्दी पर सत्तासीन रहने के बावजूद लालू व नीतीश के राज्य में रोजगार के अभाव में मजदूरों का पलायन आज भी जारी है. पांच हजार से कम आमदनी वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार विकास पुरुष हैं तो आंकड़े जारी कर बिहार की जनता को बतायें कि बिहार में गरीबी उन्मूलन कितना हुआ है और कितने लोगों को रोजगार उपलब्ध कराये गये हैं.