शक के आधार पर युवक गिरफ्तार

सुपौल : भारत-नेपाल सीमा स्थित भीमनगर बस स्टैंड में शुक्रवार की सुबह स्थानीय लोगों ने शक के आधार पर एक व्यक्ति को दबोच कर एसएसबी के हवाले कर दिया. प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपना नाम नौशाद आलम, घर-बाबूबरही, जिला-मधुबनी बताया है. उसके साथ दो महिला क्रमश: सलमा खातून व अजीबुल निशा भी थी. सलमा को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 27, 2017 8:55 AM
सुपौल : भारत-नेपाल सीमा स्थित भीमनगर बस स्टैंड में शुक्रवार की सुबह स्थानीय लोगों ने शक के आधार पर एक व्यक्ति को दबोच कर एसएसबी के हवाले कर दिया. प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपना नाम नौशाद आलम, घर-बाबूबरही, जिला-मधुबनी बताया है. उसके साथ दो महिला क्रमश: सलमा खातून व अजीबुल निशा भी थी. सलमा को वह अपनी सास बता रहा था.
एसएसबी के कमांडेंट राम अवतार भलोटिया ने बताया कि नाम-पता का पड़ताल करने के बाद उसे छोड़ दिया गया. नौशाद नेपाल के सप्तरी जिले के वीरपुर स्थित एक मदरसा में पढ़ाया करता है. लोगों का कहना है कि इसी तरह सतर्कता की जरूरत है.भारत-नेपाल के बीच खुली सीमा रहने के कारण दोनों देश के नागरिक आसानी से सीमा पार आया-जाया करते हैं.
नौशाद के गिरफ्तार होने की सूचना मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी. नौशाद को एसएसबी के हवाले करने के बाद जिम्मेदारों केहाथ-पांव फुल गये थे. हालांकि नाम-पता सही रहने के बाद नौशाद को छोड़ तो दिया गया, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां सतर्क जरूर हो गयी हैं.
क्योंकि इससे पूर्व यहां पर कई संदिग्धों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 1998 में तीन अफगानी घुसपैठिये अहमद शाह खान, मलुक खान व खान मोहम्मद को रानीगंज के पास भीमनगर के कस्टम अधिकारियों ने गिरफ्तार कर वीरपुर पुलिस को सुपुर्द किया था. इसी तरह 06 मई 1998 को इसी भीमनगर बस स्टैंड से दो अफगान नागरिक मो इकबाल व अबुल मोहम्मद की गिरफ्तारी हुई थी. 11 अप्रैल 2007 को एसएसबी के जवानों ने एक संदिग्ध बांग्लादेशी सहलुक को सलेशपुर स्थित बॉर्डर ऑफ चेक पोस्ट पर दबोचा था.

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