एक सात वर्षीय मासूम की चली गयी जान
एक सात वर्षीय मासूम की चली गयी जान
ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही से एक सात वर्षीय मासूम की चली गयी जान
फोटो- 13 कैप्सन – विलाप करते मृतक के परिजन.
प्रतिनिधि, राघोपुरथाना क्षेत्र के हरिपुर पंचायत में सोमवार को एक सात वर्षीय बच्चे की मौत हो गयी. मौत के जिम्मेदार स्थानीय ग्रामीण चिकित्सकों को माना जा रहा है. जानकारी अनुसार थाना क्षेत्र के हरिपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 02 निवासी कैयल शर्मा के सात वर्षीय पुत्र सौरभ कुमार का करीब चार दिन पूर्व किसी लोहे के चदरा से थोड़ा सा पैर कट गया था. जिसके बाद उसे गांव के ही एक ग्रामीण चिकित्सक जोगी सुतिहार के पास ले जाया गया. जहां उसने बच्चे को कुछ दवाई और सूई दी. लेकिन तीन दिन के बाद उसे सुधार नहीं होता देख उसके परिजन सोमवार की सुबह उसे फिर से उसी ग्रामीण चिकित्सक के पास लेकर गए. जहां उसे एक सुई लगाया गया, लेकिन सूई देने के साथ ही बच्चे का धड़कन काफी तेज हो गया और उल्टी होने लगा. इसके बाद उस ग्रामीण चिकित्सक ने बच्चे को सिमराही रेफरल अस्पताल ले जाने को कहा. इसके बाद परिजन बच्चे को ऑटो में लेकर रेफरल अस्पताल के लिए निकल पड़े. लेकिन कुछ ही दूर जाने के बाद रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया. मृत बच्चे के परिजनों ने ग्रामीण चिकित्सक पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसी के लापरवाही और गलत सूई देने के कारण बच्चे की मौत हुई है. मृतक की मां ने बताया कि चदरा से कटने के कारण बच्चे के पैर में घाव हो गया था. उनके द्वारा ग्रामीण चिकित्सक को कहा गया कि घाव सूखने के लिए कोई टेबलेट दे दीजिए, लेकिन उसने सूई लगा दिया. सूई लगाने के साथ ही बच्चे ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया कि पेट और छाती में काफी दर्द हो रहा है. उसे जब तक अस्पताल ले जाया जाता, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद मृतक के घर परिजनों के बीच चित्कार मच गया. साथ ही पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. इस हृदय विदारक घटना के बाद सैकड़ों लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई. जहां सबने इसे ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही करार देते हुए कड़ी कार्रवाई का मांग किया. वहीं घटना के बाद पंचायत का भी दौर जारी था. हालांकि जब ग्रामीण चिकित्सक का पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो पता चला कि वह इस घटना के बाद अपने घर से फरार हैं.
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