सुपौल. बिहार राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले 10 सूत्री मांगों के समर्थन में एनएचएम कर्मियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रहा. विरोध-प्रदर्शन कर रहे एनएचएम कर्मियों द्वारा एफआरएएस को वापस लेने एवं संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. गौरतलब है कि राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के आदेशानुसार सभी एनएचएम पदाधिकारी एवं कर्मियों को एफआरएएस से उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित किया गया है. हड़ताल पर बैठे कर्मियों ने बताया कि हम सभी एनएचएम कर्मियों पर ही एफआरएएस नियम ही क्यों लागू होता है, यदि एफआरएस लागू करना ही है तो स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मियों पर लागू हो. ऐसा करना एनएचएम कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार करने के समान है.
45 एचडब्लूसी पर लटका है ताला
एनएचमएम कर्मी के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से जिले के 45 हेल्थ एंड वेलनेश सेंटर पर ताला लटक गया है. गौरतलब है कि जिले में 45 सीएचओ कार्यरत हैं. जो एचडब्लूसी में कार्यरत है. इनके हड़ताल पर चले जाने से सभी एचडब्लूसी पर ताला लटक गया. जिस कारण हेल्थ एंड वेलनेश सेंटर पर आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बसबिट्टी एवं बलहा के ग्रामीणों ने बताया कि एचडब्लूसी के बंद रहने से हमलोगों को 15 किलोमीटर दूर सदर अस्पताल जाकर इलाज कराना पड़ता है. वहीं हड़ताल पर बैठे कर्मी अंकुश टेलर गर्मी के कारण बेहोश हो गया. आनन-फानन में जिनका इलाज कर्मियों द्वारा शिविर में भी किया जा रहा है. इस मौके पर राजेंद्र कुमार, रीमा कुमारी, आभा कुमारी, दिनेश शर्मा, प्रीति कुमारी, मोनिका, रितीका कुमारी, अंजली यादव, राकेश कुमार, पूनम कुमारी, दीपा कुमारी, दिलीप सिंह, रानी कुमारी, सोनी कुमारी, निधी कुमारी, विजय कुमार, अनिल कुमार, सपना कुमारी सहित सभी एनएसएम कर्मी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है