अभाविप का सदस्यता अभियान शुरू, सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने प्राप्त की सदस्यता रसीद
छात्र सदस्य बनकर अपना व्यक्तित्व एवं बौद्धिक विकास कर सकते हैं
– अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण सुपौल. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई सुपौल द्वारा 01 से 31 अगस्त तक चलाये जाने वाले अभियान का गुरुवार से शुभारंभ किया गया. प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में आये उत्तर बिहार प्रांत मंत्री अभिषेक यादव की उपस्थिति में सदस्यता प्रमुख सह जिला संयोजक रंजीत झा के नेतृत्व में शहर के प्लस टू हाई स्कूल व हाई स्कूलों में सत्र 2024-25 के लिए सदस्यता अभियान चलाया गया. सदस्यता प्रमुख द्वारा तिलकधारी कॉलेजिएट उच्च माध्यमिक प्लस टू विद्यालय चकला निर्मली, भारत समाज सेवक महाविद्यालय सुपौल में सदस्यता अभियान चलाया गया. जिसमें सैकड़ों छात्र-छत्राओं ने खुशी-खुशी अपनी सदस्यता रसीद प्राप्त की. जिला संयोजक सह जिला सदस्यता अभियान प्रमुख रंजीत झा ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन का सदस्य बनना गर्व की बात है. छात्र सदस्य बनकर अपना व्यक्तित्व एवं बौद्धिक विकास कर सकते हैं. लोक शिक्षा सेवा एवं लोक संघर्ष द्वारा विद्यार्थी समुदाय परिवर्तन की प्रक्रिया को शुरू करने में अग्रणी भूमिका निर्वहन करें. कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है. एबीवीपी के अनुसार छात्र शक्ति ही राष्ट्र शक्ति होती है. राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के लिए छात्रों में राष्ट्रवादी चिंतन को जागना ही एबीवीपी का मूल उद्देश्य है. संगठन का मानना है कि आज का छात्र कल का नागरिक है. हर वर्ष होने वाले प्रांतीय और राष्ट्रीय अधिवेशनों द्वारा नई कार्य समिति गठित होती है और वर्ष भर के कार्यक्रमों की घोषणा होती है. प्रांत मंत्री अभिषेक यादव ने कहा कि अभाविप एकमात्र छात्र संगठन है, जो साल में केवल एक बार सदस्यता अभियान चलाता है. सदस्यता अभियान में उन सभी छात्र छात्राओं को संगठन से जुड़ने का अवसर मिलता है, जो राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के लिए जागरूकता अभियान, समाज में सेवा कार्य, पर्यावरण संरक्षण, जातीय भेदभाव को दूर कर सामाजिक समरसता बनाने की लालसा रखते हैं. कहा कि स्थापना कल से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में छात्र हित और राष्ट्रीय से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलन का नेतृत्व किया है. आज इस संगठन से जुड़े लोग समाज जीवन के हर क्षेत्र में सक्रिय है. बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद समय-समय पर आंदोलन चलाते रहा है. बांग्लादेश को तीन बीघा भूमि देने के विरुद्ध परिषद ने ऐतिहासिक सत्याग्रह किया था. विद्यार्थी परिषद देश भर के अनेक राज्यों में प्रकाल पी चलती है. बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है. इसके अतिरिक्त निर्धन मेधावी छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निजी कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके लिए स्वामी विवेकानंद नि:शुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया जाता है. इस मौके पर सक्रिय कार्यकर्ता राजेश कुमार मल्लिक, मनीष कुमार, कृष्ण कुमार, कुंदन कुमार, रामलोचन कुमार आदि उपस्थित थे.
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