Bihar Flood: सुपौल में हाई अलर्ट जारी, कोसी बराज से 56 साल में पहली बार आज छूट सकता है रिकॉर्ड पानी
Bihar Flood: सुपौल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. कोसी बराज से 56 साल में पहली बार आज रिकॉर्ड पानी छूट सकता है. तटबंध के अंदर से लोगों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है.
Bihar Flood: नेपाल के तराई क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है. पिछले 36 घंटे से कोसी-सीमांचल के जिलों में भी लगातार बारिश हो रही है. शुक्रवार को सुपौल डीएम ने हाई अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के कारण अनुमान है कि शनिवार को दिन में 12 बजे तक कोसी का डिस्चार्ज 6 लाख 81 हजार क्यूसेक तक पहुंच सकता है. इतना डिस्चार्ज 56 सालों में पहली बार होगा. जिसे लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में है. लोगेां को ऊंचे स्थान पर शरण लेने की अपील की गयी है. वहीं कोसी-सीमांचल के डीएम को प्रधान सचिव ने पत्र लिखकर जरूरी निर्देश दिए हैं.
सुपौल में हाई अलर्ट जारी, कोसी बराज के 44 फाटक खोले गए
सुपौल जिलाधिकारी कौशल कुमार ने लोगों से ऊंचेस्थानों पर शरण लेने की अपील की है. कोसी तटबंध के भीतर के लोगों से बाढ़ आश्रय स्थल पर शरण लेने की अपील की है. शुक्रवार रात बारह बजे तक कोसी बराज पर 1 लाख 54 हजार 015 क्यूसेक बढ़ते क्रम में दर्ज हुआ. बराह क्षेत्र में 1 लाख 68 हजार 300 क्यूसेक बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. बराज के 19 फाटक खोल दिए गए. वहीं शनिवार को सुबह 06 बजे कोसी बराज पर 03 लाख 81 हजार 840 क्यूसेक बढते क्रम में दर्ज किया गया. जबकि बारह क्षेत्र में 03 लाख 38 हजार क्यूसेक बढते क्रम में दर्ज किया गया. बराज के 44 फाटक खोल दिए गए. दोपहर 2 बजे कोसी बराज पर 05 लाख 31 हजार 785 क्यूसेक पानी बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. वही बराह क्षेत्र में 04 लाख 62 हजार 550 क्यूसेक बढते क्रम में दर्ज किया गया. बता दें कि सुबह 8 बजे के बाद ही बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए थे.
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तटबंध के अंदर से निकलने को तैयार नहीं लोग
जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए जिले के सभी अधिकारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी गयी हैं. सभी एसडीओ अपने क्षेत्रों में तटबंध की निगरानी कर रहे हैं. तटबंध के अंदर सभी लोगों को सतर्क करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील की गयी है. वहीं प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद लोग तटबंध के अंदर से निकलने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. जिससे बड़ा हादसा हो सकता है.
इन जिलों को किया गया है अलर्ट…
बता दें कि शुक्रवार केा जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने सुपौल, सहरसा,मधेपुरा, खगड़िया, भागलपुर, कटिहार व दरभंगा और खगड़िया के डीएम व एसपी को पत्र भेजकर अलर्ट किया है. पुलिस जिला नवगछिया के एसपी समेत इन तमाम जिलों के पुलिस कप्तान को भी अगाह किया गया है. पत्र में बताया गया कि नेपाल में कोसी नदी वाले इलाके में भारी बारिश हुई है जिससे कोसी के जलस्तर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी की संभावना है. शनिवार को कोसी नदी के वीरपुर बराज से 6 लाख 81 हजार 639 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है जिससे विकट स्थिति उत्पन्न हो सकती है. तटबंधों पर दबाव पड़ सकता है. इसे लेकर जिलों में उचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है.
कोसी-सीमांचल में भी हो रही लगातार बारिश
पिछले 36 घंटे से कोसी- सीमांचल के सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार व खगड़िया में लगातार बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. नदियां उफान पर हैं. कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. अररिया के भरगामा में नहर टूटने से सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गयी है. पूर्णिया में विभागीय इंडेक्स के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 148 मिमी बारिश हुई है. पूर्णिया के हरदा में केजेडी नहर टूटने से धान की फसल बर्बाद हो गयी है.
1968 में 7 लाख से अधिक पानी हुआ था रिकॉर्ड
कोसी बराज से 56 साल के बाद पहली बार अब रिकॉर्ड पानी छोड़े जाने की संभावना है. आशंका जतायी गयी है कि कोसी बराज से शनिवार को 6 लाख 81 हजार 639 क्यूसेक पानी छोड़ा जा सकता है. बता दें कि इससे पहले 1968 में कोसी में अक्टूबर महीने में रिकॉर्ड पानी आया था. तब 7.88 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. 1968 के बाद अब पहली बार ऐसा होगा कि 7 लाख क्यूसेक के करीब पानी पहुंचेगा. इसे लेकर अलर्ट किया गया है.