PHOTOS: बिहार में बाढ़ की तबाही देखिए, लोगों के घर कोसी नदी में समा रहे, महिलाएं भी चला रहीं नाव…
बिहार में बाढ़ से तबाही मच रही है. कोसी-सीमांचल की नदियों में उफान है और अब दर्जनों गांव नदी में विलीन हो गए हैं. नाव के सहारे लोग आना-जाना कर रहे हैं.
Bihar Flood News: बिहार में बाढ़ ने दस्तक दे दी है. प्रदेश की नदियों में उफान जारी है. कोसी-सीमांचल क्षेत्र की नदियों का भी जलस्तर अब बढ़ता जा रहा है और बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं. बाढ़ की दस्तक ने लोगों का जनजीवन प्रभावित किया है. सुपौल में कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है और लोगों के घर नदी में विलीन होने लगे हैं.
सुपौल में कोसी की हुंकार, दर्जनों घर नदी में विलीन
किशनपुर के मौजहा पंचायत के तीन वार्ड में कोसी का तांडव जारी है. बीते एक सप्ताह पूर्व कोसी नदी का जलस्तर ढाई लाख के करीब पहुंच गया था. इसके बाद नदी के जल स्तर में लगातार उतरा चढ़ाव जारी है. लेकिन ढाई लाख क्यूसेक के करीब पानी के पहुंचने से तटबंध के भीतर बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल गया है. धीरे-धीरे पानी का घट रहा है. जिस कारण तटबंध के भीतर बसे गांव में कटाव शुरू हो गया है. बीते एक सप्ताह से ही कोसी नदी के मुहाने पर बसा मौजहा पंचायत के तीन वार्ड में कटाव जारी है. वार्ड नंबर 01, 02 एवं 04 में बसे करीब एक दर्जन लोगों का घर नदी में विलीन हो गया है. पीड़ित परिवार ऊंचे स्थल पर शरण लेने लगे हैं. वहीं लोगों का उपजाऊ जमीन भी नदी में समा रहा है.
कटाव की जद में आए कई घर
बताया जा रहा है कि पंचायत के तीन दर्जन परिवार का करीब 60 से 70 घर कटाव की जद में है. ये लोग अपने-अपने घर को तोड़ने लगे हैं. लोग घर से आश्रम का सभी सामान निकाल कर ऊंचे स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं. बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि सुजानपुर गांव के वार्ड नंबर 02 में फल्ड फायटिंग कार्य बाढ़काल अवधि से पूर्व कराया गया था. लेकिन कोसी के आक्रामक रूप धारण करने पर यह कार्य नाकाफी साबित हुआ.लोग बच्चे व अन्य घरों को उठाकर ऊंचे स्थल पर ले गए हैं.
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पूर्णिया में बाढ़ की तबाही…
पूर्णिया में भी नदियों का जलस्तर बढ़ा है. नेपाल के तराई क्षेत्र में लगातार बारिश होने और वाटर डिस्चार्ज के कारण अमौर प्रखंड क्षेत्र के नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है जिससे बाढ़ का संकट गहरा गया है. इससे परमान नदी किनारे बसे गांव मैनापुर, आधांग गैरिया, बिजलिया, कदगमा, परसराई, किस्मत नगर, ढरिया, सिंघिया, पलसा एवं बेलगाछी गांव के लोग काफी सहमे हुए हैं. रामनगर से गेरिया के बीच बने बम्मा धार के ऊपर से बाढ़ का पानी बह रहा है.
सोना मनी से बागढर जानेवाली सड़क कटाव की जद में है.कनकई नदी में जलस्तर से तराई क्षेत्र के चौका, पेठान टोली, सिमलिया बाबन डोभ, रंगरैैैया लाल टोली, हरिपुर, खारी मुर्गी टोला आदि गांव के लोगों को बाढ की चिंता सताने लगी है.