Bihar Flood Update: नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में हुई बारिश से बिहार के सुपौल में बह रही कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. लोग बाढ़ की आहट से सहमे हुए हैं. गुरुवार की सुबह चार बजे से ही कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होती रही. शाम छह बजे तक कोसी बराज का जलस्तर 02 लाख 04 हजार 175 क्यूसेक बढ़ते क्रम में दर्ज किया गया. वहीं बराज के 56 में से 21 फाटकों को खोल दिया गया है. जल अधिग्रहण बराह क्षेत्र में नदी का जलस्तर 01 लाख 11 हजार क्यूसेक घटते क्रम में दर्ज किया गया है.
कोसी बराज के गेटों को खोल गया
जलस्तर के बढ़ने के बाद कोसी बराज के गेटों का संचालन भी नियमानुसार किया जा रहा है. जिस ओर पानी का प्रवाह अधिक दिख रहा है, फाटकों का संचालन भी उसी दिशा में किया जा रहा है. गुरुवार को भी बढ़ते जलस्तर के बीच नदी के प्रवाह के साथ अत्यधिक बालू की मात्रा देखी गई. जिससे पूर्वी और पश्चिमी मुख्य नहर को बंद करते हुए गेट नंबर 01, 02, 03 और 04 को फ्लेसिंग के लिए खोल दिया गया है. श्
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सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ा जाएगा..
बताया जा रहा है कि जब तक पूरी तरह से पानी से बालू नहीं हटेगा, तब तक फ्लेसिंग का कार्य जारी रहेगा. यानी कुल मिलाकर पानी सफ़ेद होने तक फ्लेसिंग किया जाएगा और जिससे सिंचाई के लिए दोनों ही मुख्य नहरों में पानी नहीं छोड़ा जाएगा.
जलस्तर बढ़ने से तटबंध पर बढ़ा दबाव
कोसी नदी में बढ़ते जलस्तर के बीच तटबंध पर दबाव बढ़ा हुआ है. कौशिकी भवन के मुख्य अभियंता कार्यालय के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी अनुसार, नदी के जलप्रवाह में हुई बढ़ोतरी के बाद पूर्वी कोसी तटबंध के 0 किमी से 40 किमी तक तटबंध पूरी तरह सुरक्षित बताये जा रहे हैं. पूर्वी कोसी तटबंध के 16.98 किमी स्पर पर बढ़ते जलस्तर का दबाव बना हुआ है. इसी तटबंध के 25.00 किमी से 28.00 किमी पर नदी का पानी तटबंध से सटा हुआ है. इसके अलावे नदी के दोनों हीं तटबंध के स्टर्ड और स्पर अपने सभी अवयवों के साथ सुरक्षित बताये जा रहे हैं. तटबंध पर सतत निगरानी और चौकसी जारी है.